Garment Business Entrepreneur Piyush Waragadia
एक बढ़िया कालेज से पढाई करके करोडो का पैकेज मिलना और फिर विदेश चले जाना हर एक युवक का सपना होता है। लेकिन कुछ होते है जो ऐसा नहीं करते है और इन्ही में से एक नाम है इंदौर के रहने वाले पियूष वरगाड़िया का जिन्होंने एमबीए की फीस से गारमेंट का बिजनस शुरू किया।
पियूष ने ये बिजनस तो पचास हजार रुपये से शुरू किया था लेकिन आज उनका टर्नओवर साल का दो करोड़ रुपये है और उनके पास चालीस लोगो का स्टाफ है।

कालेज की फीस से शुरू किया गारमेंट बिजनस, आज है करोडो का टर्नओवर – Garment Business Entrepreneur Piyush Waragadia
कैसे हुई शुरुआत –
इंदौर के रहने वाले पियूष ने इंजीनियरिंग की पढाई के बाद एमबीए करने का विचार बनाया और इसके लिए वो यूके चले गए। वहां उनकी सेहत बहुत अधिक खराब रहने लगी और वो कई महीनो तक बीमार रहे। बीमारी की वजह से पियूष भारत आ गए और घरवालों ने कहा की यही से एमबीए कर लो।
पियूष ने बात मानी और एमबीए करने के लिए पुणे चले गए। यहाँ उन्होंने देखा की उनका एक रिश्तेदार गारमेंट के बिजनस में खूब कमाई कर रहा है और इस क्षेत्र में पैसा भी अच्छा है क्योकि लोग कपडे पहनना तो छोड़ेगे नहीं ना।
यही से पियूष को आईडिया आया और उन्होंने इसमें काम करना शुरू कर दिया। एमबीए की फीस पचास हजार लगाकर उन्होंने खुद का धंधा करने का विचार बनाया।
ऐसे किया काम –
बतौर पियूष उन्होंने ये अनुभव किया लोग महगी शर्ट खरीदते है लेकिन वो ज्यादा दिनों तक नहीं चलती है। वो बहुत कम समय में खराब हो जाती है। उन्होंने शर्ट से शुरुआत से की और बेहतर क्वालिटी की शर्ट बनवाने लगे।
जो शर्ट बाज़ार में दो से तीन हजार की मिलती थी उसे उन्होंने सात सौ से आठ सौ में बेचना शुरू किया। इससे शुरुआती समय में घाटा भी हुआ लेकिन वो काम करते रहे।
पियूष कहते है की इसके बाद उन्होंने और अच्छी क्वालिटी देनी शुरू की और कोशिश करने लगे की लोगो तक उनका उत्पाद पहुचे। पियूष ने कहा की मैंने खुद ये चेक करना शुरू किया की कितनी धुलाई के बाद आख़िरकार शर्ट का रंग जाता है। उसे ऐसा बनाया की आसानी से रंग ना जाए। क्योकि बाज़ार में इतने तरीके के कपडे आते है की लोग फर्क समझ नहीं पाते है।
उन्होंने इसके ऊपर काम किया और फायदा होने लगा। आज पियूष की कंपनी इंदौर के अलावा विदिशा में भी है। पियूष कहते है की कोई भी प्रोडक्ट मार्केट में आने से पहले उसकी पूरा क्वालिटी चैक करवाता हूं।
वॉश करने पर प्रोडक्ट में किसी तरह का बदलाव न आए, रंग न जाए, स्ट्रेच न हो पहले जब पीयूष ने बिजनेस शुरू किया था तो वो अकेले थे, लेकिन आज उनके पास 40 से अधिक लोगों का स्टाफ है।
एक महीने में उनके ब्रांड के 4000 से अधिक शर्ट्स बिकते हैं। पियूष का कहना है की जब मैंने ये शुरू किया तो लोगो ने कहा भी की तुम बढिया पढ़ाई कर चुके हो और तुम्हे नौकरी करनी चहिये लेकिन अब मन उठ चुका था और खुद का कुछ करना था।
पियूष की कहानी से हमे पता चलता है की आपको मौको की पहचान होनी चहिये। आपको ये पता होना चहिये की आखिर कब, कैसे और कहाँ आपको अपना आईडिया शुरू करना है। एमबीए के बाद पियूष को एक बेहतर नौकरी मिल जाती लेकिन अगर उन्होंने एमबीए किया होता और फिर नौकरी की होती तो आज हम और आप उनकी ये कहानी नहीं पढ़ रहे होते।
पियूष की कहानी आज कई सारे युवाओं के लिए मिशाला है क्योकि जो युवा मौके की तलाश में भटकते है पियूष की कहानी उन्हें सीख देती है। वो बताती है की जब आईडिया आये तभी उसे शुरू कर दो।
Read More:
- Inspiring Entrepreneurs Story
- Inspiring Motivational Story
- रिक्शा चालक की बेटी स्वप्ना बर्मन ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया!
- भारत की पहली एमबीए महिला संरपच छवि राजावात
- Aloe Vera Farming Businessman Harish Dhandev
Hope you find this post about ”Garment Business Entrepreneur Piyush Waragadia” inspiring. if you like this Article please share on Facebook & Whatsapp. and for the latest update download: Gyani Pandit free Android app.
Sach me bahut hi intresting story he enki