होम लोन लेने से पहले जान लें ये जरूरी बातें ? 

Precautions Before Taking a Home Loan

कौन नहीं चाहता उसका अपना आशियाना हो। एक घर खरीदना हर किसी का सपना होता है, हर कोई चाहता है कि वो अपने सपनों के आशियाने में रहे लेकिन एक मासिक आय के साथ आज के मंहगाई के समय में घर खरीद पाना बहुत मुश्किल है। कभी उसके सामने धन की कमी आड़े आ जाती है तो कभी परिवार की बढ़ती जिम्मेदारियां लेकिन घर हर व्यक्ति की मूलभूत आवश्यकता है। इसलिए इसे खरीदना भी बेहद जरूरी है।

ऐसे में होम लोन एक अच्छा उपाय बनके सामने आता है जो आपके घर लेने के सपने को पूरा करता है लेकिन होम लोन कैसे लें, इसमें क्या – क्या जोखिम हो सकते है और भी कई सवाल मन में आते है जिनकी वजह से कई लोग होम लोन लेने का ख्याल छोड़ देते है।

इसलिए आज हम आपको बताने वाले होम लोन संबधित सभी अहम बातों के बारे में, जिसके बाद आप आसानी से तय कर पाएगें कि आप कितना होम लोन लेना है।

होम लोन लेने से पहले जान लें ये जरूरी बातें ? – Precautions Before Taking a Home Loan

Precautions Before Taking a Home Loan
Precautions Before Taking a Home Loan

होम लोन क्या है? –  What is Home Loan?

घर, फ्लैट, प्लाट या फिर कंटस्ट्रक्शन रिनोवेशन के लिए लिया जाने वाला लोन होम लोन कहलाता है।

कितना होम ले सकतें है कैसे पता करें:

होम लेने से पहले आपको इस बात को समझना होगा कि आपको कितने होम लोन की जरुरत है या फिर आप कितना होम लोन ले सकतें है क्योंकि अगर आप बिना सोचे समझें होम लोन लेते है तो वो आपको बाद में भारी पड़ सकता है। आपकी लोन लेने की क्षमता आम तौर पर आपकी लोन चुकाने की कैपसिटी पर निर्भर कर सकती है।

जिसके लिए आपकी मासिक आय, घर खर्च और परिजनों की कमाई, संपत्ति, आय की स्थिरता, सेविंग्स जैसे कारक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। इन सब का आकंलन करन के बाद ही लोन की राशि तय करें।

बैंक सबसे पहले क्या देखता है:

होम लोन के लिए जब आप अप्लाई करते है तो बैंक सबसे पहले ये देखता है कि क्या आप अधिकतम कितना लोन चुकाने की क्षमता रखते है जिसके लिए वो आपकी आय का ब्योर और संपत्ति का ब्योर चेक करता है। बैंक ये इस बात की तसली करता है कि आप लोन का अपनी आमदनी से 50 प्रतशित लोन किस्त के रुप में चुका पाएँगे या नहीं।

लोन की अवधि और ब्याज दर:

होम लोन की रकम तय होने के बाद लोन चुकाने की अवधि और ब्याज तय किया जाता है जो लोन के अमाउंट पर निर्भर करती है। जितना ज्यादा लोन होता है उतनी ज्यादा अवधि और ब्याज दर हो सकती है। इसके अलावा लोन के लिए लोन लेने वाली की उम्र भी देखी जाती है।

होम लोन की आधी डाउन पेंमेट आपको खुद चुकानी पड़ती है:

आप अगर ये सोच रहे है कि आपके घर के लिए पूरा पैस बैंक दे देगा तो ये गलत है। आप जिस भी फ्लैंट या घर को खरीदाना चाहते है उसकी 10-20 फीसदी डाउन पेमेंट आपको स्वंय करनी पड़ती है वो आपका अपना योगदान होता है।

वहीं अगर आपके पास धन की कमी है, या फिर आप अपनी बचत की रकम को  खत्म नहीं करना चाहते हो आपको लिए होम लोन वित्तीय सहायता का एक अच्छा विकल्प साबित होगा।

हर महीने EMI के जरिए आप होम लोन की किश्त भरकर इसका भुगतान आसानी से कर सकते हैं। EMI आपके लिए गए लोन पर निर्भर करेगी हालांकि आपको होम लोन लेने के लिए डाउन पेमेंट की रकम की व्यवस्था खुद करनी होगी। वहीं होम लोन की खास बात यह है कि होम लोन पर आपको टैक्स छूट मिलेगी।

अगर आप भी बैंक से होम लोन लेकर घर लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो इसके लिए आपको इसके बारे में जानना बेहद जरूरी है। हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताएंगे कि होम लोन लेने से पहले आापको किन-किन बातों का खास ख्याल रखना होगा।

  • होम लेने लोने से पहले बाजार में उपलब्ध सभी विकल्पों पर करें रिसर्च:

अगर आप होम लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपको इसके लिए होमवर्क करने की जरूरत हैं। इसके लिए आवेदन करने से पहले आप इंटरनेट की मद्द से बाजार में उपलब्ध सभी विकल्पों की पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।

लेकिन आप जब इन विकल्पों के बारे में रिसर्च करें तो इसमें डाउन पेमेंट, EMI’S और पुनभुर्गतान कार्यकाल (Repayment Tenure) के बारे में भी जानकारी हासिल करना न भूलें।

आपको ये भी होमवर्क करना होगा कि आप जिस इलाके में घर खरीद रहे हैं, वहां कौन से बैंक होम लोन देते हैं।

आपके लिए यह भी जान लेना जरूरी है कि लोन देने वाला संस्थान सरकारी क्षेत्र का है या निजी। इसके अलावा लोन देने वाले बैंक की ब्याज दरें, फिक्स्ड, फ्लोटिंग या फ्लेक्सी लोन की शर्ते भी जान लेना जरूरी है। इसलिए होम लोन से पहले इन बातों पर गौर करना बेहद जरूरी है।

  • अलग-अलग बैंकों के ऑफर और ब्याज दर की करें तुलना- Comparison of offers and interest Rates of Different Banks 

अगर आप होम लोन के माध्यम से अपना घर ले रहे हैं तो इसके लिए आपको समझदारी और धैर्यता की जरूरत है क्योंकि जल्दबाजी में लिया फैसला आपके लिए मुसीबतें बढ़ा सकती हैं।

इसलिए होम लोन के आवेदन से पहले बैंक के चुनाव से पहले अलग-अलग बैंकों के ऑफर और ब्याज दर की तुलना करें और फिर आपको जिस बैंक का ऑफर सबसे बढ़िया लगे उसका ही चुनाव करें।

ऐसा करने से आपको भविष्य में कोई परेशानी नहीं होगी साथ ही इस पर पछतावा भी नहीं होगा कि आपने किसी अन्य बैंक से लोन क्यों नहीं लिया।

  • अपनी सामर्थ्यता के अनुसार लें लोन

होम लोने लेन के लिए आपके लिए बहुत सारे विकल्प मार्केट में मौजूद हैं लेकिन होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको अपनी सार्मथ्यता पर भी विचार करने की भी जरूरत है।

आपको इन बातों पर भी ध्यान रखना होगा कि आप हर महीने EMI की किश्त के साथ अपने घर के खर्च को आराम से चला सकते हैं या नहीं।

ईएमआई के साथ आप अपने ऊपरी खर्चों को भी ध्यान में रखें, जैसे कि किसी महीने आपातकाल की स्थिति में आपके EMI की रकम भरने योग्य होंग या नहीं क्योंकि अगर आप अपनी निश्चत आय से हर महीने EMI की एक निश्चत रकम के भरते हैं तो आपातकालीन स्थिति में आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

इसलिए जब भी आप अपनी पसंद का घर चुनते हैं तो आपको अपनी सामर्थ्यता का भी ख्याल रखना होगा कि आप अपने लोन को चुकाने में सक्षम हैं या नहीं।

  • प्रॉपर्टी  की वैल्यू के हिसाब से लें लोन

होम लोन के लिए आवेदन करने से पहले आपको इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि आप ज्यादा से ज्यादा कितना लोन ले सकते हैं। आपको बता दें कि होम लेने के लिए आपको अपने मकान या फ्लैट की कीमत का करीब 10-20 फीसदी तक डाउन पेमेंट करना पड़ता है।

यही आपका अपना योगदान होता है. इसके बाद बैंक या कोई भी लोन देने वाली संस्था आपको प्रॉपर्टी की वैल्यू का 80-90 फीसदी तक लोन उपलब्ध करवाता है। आपको बता दें कि इसमें ही  रजिस्ट्रेशन, ट्रांसफर और स्टांप ड्यूटी जैसे चार्ज भी शामिल होते हैं. वहीं अगर लोन देने वाला संस्थान आपको ज्यादा रकम अप्रूव कर दें तब भी जरुरी नहीं कि आप सारी रकम लोन के रूप में ले लें।

क्योंकि प्रॉपर्टी खरीदते वक्त आपको ज्यादा से ज्यादा डाउन पेमेंट करना चाहिए, क्योंकि इससे आप पर  लोन का बोझ कम रहेगा। इस बात का ध्यान रखें की अगर आप बैंक से लंबे समय के लिए लोन लेते हैं तो कर्ज देने वाली संस्था आपसे काफी ब्याज भी वसूलता है।

  • होम लोन के लिए को-एप्लिकेंट जरुरी

अगर आप अपनी प्रॉपर्टी के लिए होम लोन ले रहे हैं तो ज्यादातर केस में को-एप्लिकेंट जरुरी होता है। वहीं अगर अगर आप प्रॉपर्टी के मालिक हैं तो आपके परिवार का कोई भी व्यक्ति को एप्लिकेंट हो सकता है।

  • क्रेडिट कार्ड ड्यूज और ऋण भुगतान बेहतर तरीके से करें

अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको अपना सिबिल स्कोर भी चैक करना होगा। आपको ये भी बता दें कि आपके क्रेडिट कार्ड के सिबिल स्कोर का मूल्यांकन आपके क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल, Loan, रीपेमेंट और पिछला लोन या क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल आदि के आधार पर किया जाता है।

वहीं आप विवादित ट्रांजेक्शन या डिफॉल्ट पेमेंट को चुकाकर सिबिल स्कोर ठीक कर सकते हैं। वहीं अगर आपका आपका क्रेडिट स्कोर या सिबिल स्कोर अच्छा नहीं है तो बैंक आपको आसानी से होम लोन नहीं देगा, इसके साथ ही आपसे ज्यादा ब्याज दरें भी वसूली जा सकती हैं। इसलिए होम लेने से पहले आप अपना सिबिल स्कोर बेहतर कर लें।

  • होम लोन लेने से पहले ये दस्तावेज रखें तैयार – Home Loan Documents

अगर आप होम लोन के जरिए प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान कर रहे हैं तो इसके लिए कुछ दस्तावेजों को पहले से ही तैयार रखें क्योंकि होम लोन की प्रोसेसिंग के लिए लोन देने वाली संस्था काफी पेपर की मांग करती हैं।

वहीं कई लोगों के दस्तावेज तैयार नहीं होने की वजह से उन्हें बैंक के कई चक्कर लगाने पड़ते हैं तो कई बार लोन के लिए अप्रूवल भी नहीं मिलता है। कई लोग तो इतनी लंबी कागजी कार्रवाई से बचने के लिए बैंक की जगह गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) से भी होम लोन लेते हैं।

आपको बता दें कि आपके होम लोन के एप्लिकेशन फॉर्म में ही साथ लगाए जाने वाले डॉक्यूमेंट की चेकलिस्ट लगी होती है। इसके साथ ही आपको अपनी फोटो लगानी होती है। लोन लेने के लिए घर खरीदने के क़ानूनी कागजात से लेकर बैंक आपसे आइडेंटिटी और रेजिडेंस प्रूफ के साथ सैलरी स्लिप (ऑफिस से सत्यापित और खुद से अटेस्टेड) और फॉर्म-16 या आयकर रिटर्न के साथ बैंक का पिछले 6 महीने की स्टेटमेंट तक देना पड़ता है।

लोन देने वाले कुछ संस्थान लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी, शेयर के कागजात, एनएससी, म्युच्युअल फंड यूनिट, बैंक डिपॉजिट या दूसरे निवेश के कागजात भी गिरवी के तौर पर भी  मांगते हैं।

  • दस्तावेज देते वक्त सतर्क रहें, कागजों के हिसाब से ही जारी होगा लोन – Checklist of Documents required for Home Loan

अगर आप होम लेने की प्लानिंग कर रहे हैं तो, लोन मंजूर होना या लोन जारी होने पर जरूर गौर करें क्योंकि आपके द्वारा दिए गए कागजों के हिसाब से  ही बैंक आपको लोन देने या नहीं देने का फैसला करते हैं। वहीं लोन की रकम भी इसी पर निर्भर करती है।

आपको बता दें कि अगर बैंक ने आपका आवेदन स्वीकार कर लिया और उस हिसाब से लोन देने का फैसला कर लिया तो सैंक्शन लेटर में लोन की रकम, अवधि और ब्याज दरों आदि के बारे में जानकारी होती है।

इसमें ही लोन की शर्त के बारे में जानकारी होती है। इस बात पर भी ध्यान दें कि जिस दिन से बैंक आपका लोन मंजूर कर देता है, उस दिन से उस पर ब्याज लगता है।

  • ब्याज दरों विकल्पों पर भी गौर करें – Also look at Interest Rates Options 

होम लोन लेने से पहले इसकी ब्याज दरों पर भी गौर करें क्योंकि होम लोन पर ब्याज दरें फिक्स्ड या फ्लेक्सिबल हो सकती है। फिक्स्ड में ब्याज दरें पहले ही तय हो जाती हैं जबकि फ्लेक्सिबल में यह बदलती रहती है।

आप चाहें तो पहले चुका सकते हैं होम लोन:

होम लोन लेने के बाद अगर आपकी आय बढ़ जाती है तो आप लोन से जल्द छुटकारा पा सकते हैं। आप होम लोन के प्री-पेमेंट ऑप्शन (समय से पहले लोन चुकाना) को चुन सकते हैं। हालांकि, इसके लिए टैक्स के बारे में जानना भी जरूरी है।

  • दूसरे बैंक में भी ट्रांसफर करा सकते हैं होम लोन – Can be Transferred to Another Bank, Home Loan 

अगर आपने होम लोन ले लिया है और आपको ऐसा लग रहा है कि आपसे ज्यादा ब्याज वसूला जा रहा है तो आप दूसरे बैंक में लोन ट्रांसफर करा सकते हैं।

लेकिन लोन ट्रांसफर करने से पहले उसकी प्रोसेसिंग फीस और ब्याज दर के बारे में अच्छे से जानकारी ले लें, नहीं तो दूसरे बैंक में होम लोन ट्रांसफर करना आपके लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है।

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