Speech on National Safety day
4 मार्च को हर साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस लोगों को जागरूक करने के मकसद से बनाया जाता है, वहीं इस मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर भाषण भी दिए जाते हैं, जिससे लोग अपने चारों-तरफ की सुरक्षा के प्रति जागरूक हो सकें, वहीं हो सकता है कि कभी आपको भी इस मौके पर आयोजित कार्यक्रमों में भाषण देने की जरूरत पड़ जाए।
इसी उद्देश्य से हम आज आपको अपने इस लेख में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस या नेशनल सेक्योरिटी डे पर भाषण उपलब्ध करवा रहे हैं, जो कि इस प्रकार है –
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह पर भाषण – Speech on National Safety day in Hindi
सम्मानीय अतिथि, सभी महामहिम और मेरे सभी छोटे-भाई-बहनों और यहां मौजूद साथियों को मेरा नमस्कार। सबसे पहले मै ..। आप सभी का इस कार्यक्रम में स्वागत करती हूं, आज मुझे बेहद खुशी हो रही है कि राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर मुझे आप सभी लोगों के सामने भाषण देने का अवसर प्राप्त हुआ है।
जैसे कि हम सभी जानते हैं कि देश के लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (नेशनल सेफ्टी एंड सेक्योरिटी डे) मनाया जाता है।
इस दिवस को एक सप्ताह तक मनाया जाता है, इस दौरान कई तरह के जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है, जिसमें न सिर्फ लोगों को देश की सुरक्षा के लिए जागृत किया जाता है, बल्कि उन्हें औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा, नारी सुरक्षा, सड़क सुरक्षा, मिलावटी खाद्य पदार्थों से होने वाली बीमारियों से सुरक्षा के प्रति भी जागरुक किया जाता है।
वहीं इस दौरान लोगों को सुरक्षा के कई तरीकों से भी अवगत करवाया जाता है, ताकि वे समय पड़ने पर खुद का बचाव कर सकें।
वहीं आज के इस मौके पर मै देश के सभी सुरक्षा विभाग और देश के वीर जवानों को देश की सुरक्षा करने के लिए शुक्रियादा अभिनंदन करती हूं / करता हूं। और उन वीर सपूतों के हौसले और जज्जे को सलाम करता हूं।
आज हमारा देश इन वीर सपूतों की वजह से ही दुश्मनों से सुरक्षित है, और इन्ही की वजह से ही हम सभी आज चैन की सांस ले पा रहे हैं, देश की सीमा पर तैनात जवान अपनी जान की परवाह किए बिना हमारी सुरक्षा करते हैं। जिससे देश में सुख,शांति और अमन का माहौल कायम रहे।
इसके साथ ही आपको बता दें कि औद्योगिक, स्वास्थ्य, सड़क और पर्यावरण आंदेलन समेत सुरक्षा के प्रति लोगों को जागृत करने के उद्देश्य से मनाया जाना वाला राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को सबसे पहले नेशनल सेफ्टी काउंसिल द्धारा अस्तित्व मे लाया गया था।
वहीं 4 मार्च, 1966 के दिन भारत में नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना की गई थी, इसलिए इस दिन को हर साल नेशनल सेफ्टी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। वहीं इस दिवस को 7 दिन तक मनाया जाता है। इस दिवस को सरकारी और प्राइवेट सभी संस्थानों में बनाया जाता है।
जिसमें सुरक्षा को लेकर कई अलग-अलग तरह के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। इस दौरान वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, सुरक्षा पुरस्कार वितरण, सेमिनार, बैनर प्रदर्शनी, खेल-कूद प्रतियोगिताओं द्धारा लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मद्दों को लेकर जागृत किया जाता है। इसके साथ ही इस दौरान औद्योगिक कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए कई ट्रेनिंग प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाता है।
नेशनल सेक्योरिटी डे मनाने का मतलब सिर्फ देश के दुश्मनों से देश की सुरक्षा करना ही नहीं बल्कि देश के सभी लोगों को बीमारियों से सुरक्षित करना भी है, अर्थात इस दौरान स्वच्छता के प्रति भी लोगों को जागरूक किया जाता है।
इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों में होने वाली दुर्घटनाओं से बचने के लिए भी इस दौरान लोगों को ट्रेनिंग दी जाती हैं और सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों से न सिर्फ औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े सभी मालिकों और कर्मचारियों को उनकी कानूनी जिम्मेदारी की याद दिलवाई जाती है, बल्कि वर्क प्लेस पर सुरक्षा को लेकर बढ़ावा भी दिया जाता है।
इसके साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के माध्यम से लोगों में ऐतिहात बरतने वाली प्रवृत्ति भी विकसित की जाती है और खुद की सुरक्षा को लेकर जागरूक किया जाता है। इस तरह राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का सिर्फ एक ही उद्देश्य लोगों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है।
सुरक्षा की जिम्मेदारी तो वैसे आपकी खुद की होती है, लेकिन फिर भी इस दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को खुद की सुरक्षा के प्रति ही जागरूक किया जाता है, इसलिए हर किसी को सुरक्षा से जुड़ी बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए और इसके महत्व को समझना चाहिए, तभी हम होने वाली तमाम तरह की परेशानियों और दुर्घटनाओं से बच सकें। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर एक स्लोगन के माध्यम से मै अपने भाषण को विराम देती हूं –
जीवन सुरक्षा की सर्वोपरि है, सुरक्षा बिना सब व्यर्थ है।।
धन्यवाद।