Hindi Kahaniya

आँख मेरी और पॉव तुम्हारे | Anubhav Moral Story

Anubhav Moral Story किसी समय की बात एक गांव में बहुत सारे लोग रहा करते थे। जिनमे से एक व्यक्ति अंधा था वह किसी भी चीज को देख नहीं सकता था। एक लंगड़ा व्यक्ति था जो देख तो सकता था पर चल नहीं सकता था एक दिन गांव में किसी कारण आग लग गई अंधा […]

आँख मेरी और पॉव तुम्हारे | Anubhav Moral Story Read More »

Anubhav moral story in Hindi

इंसानियत के दर्शन | Hindi Kahani With Moral

इंसानियत के दर्शन / Hindi Kahani With Moral एक दिन, एक गरीब लड़का जो घर-घर जाकर अपना सामान बेचता था, ताकि वह अपने स्कूल की फीस दे सके. एक दिन ऐसे ही जब वो काम पर निकला, तो बहोत घूमते-घूमते उसे भूक लगने लगी. लेकिन आज जब उसने अपनी पोटली देखी तो उसमे कुछ भी नहीं

इंसानियत के दर्शन | Hindi Kahani With Moral Read More »

Hindi Kahani With Moral

पहले खुद को बदलो | Prernadayak Kahaniya In Hindi

एक समय की बात है, एक महिला महात्मा गांधीजी के पास आई और उनसे पूछा की वे उनके बेटे से कहे की वह शक्कर खाना छोड़ दे. गांधीजी ने उस महिला को अपने बच्चे के साथ एक हफ्ते बाद आने के लिए कहा. पुरे एक हफ्ते बाद ही वह महिला अपने बच्चे के साथ वापिस आई,

पहले खुद को बदलो | Prernadayak Kahaniya In Hindi Read More »

Prernadayak Kahaniya
Scroll to Top