Women Entrepreneurs in India
महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे हैं। कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं रह गया जहां महिलाओं ने खुद को साबित नहीं किया हो अगर देखा जाए तो बिजनेस के क्षेत्र में भी महिलाएं पुरुषों को टक्कर दे रही हैं।
बिजनेस की दुनिया में स्टार्टअप की शुरुआत करके उन्होनें न सिर्फ खुद को साबित किया है बल्कि अपनी शक्ति भी दिखा चुकी हैं। महिला व्यापारी सफल स्टार्टअप के लिए अपने नए और अभिनव विचारों के साथ आगे आयी हैं और व्यापार के काफी अच्छी कमाई भी की हैं। साथ ही ये महिलाएं स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र में पैमाने का महत्व बढ़ा रही है रही हैं जो आम तौर पर नए-वर्चस्व वाली कंपनियों को भी कॉम्पटीशन दे रही हैं।
सक्सेस स्टार्टअप की सक्सेस महिलाएं – Women Entrepreneurs in India
हम आपको सफल स्टार्टअप के बारे में बताने जा रहे हैं जो महिलाओं ने अपने कौशल और प्रतिभा के बल पर शुरू किए और वे सफल हो गईं और एक नए भारत को दर्शाती हैं।
- रिचा कार ( Zivame )
रिचा कार ने लेडीज इनर वियर की ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी Zivame खोलकर एक उदाहरण पेश किया है। इसके साथ ही Zivame कंपनी के जरिए अलग-अलग ब्रांड की इनरवियर को एक ही प्लेटफॉर्म में ग्राहकों को उपलब्ध करवाया है।
रिटेल स्टोर्स में ग्राहकों को इनरवियर की स्टाइल सीमित मिलती हैं जबकि ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी Zivame ऐसी कंपनी है जहां ग्राहक अपनी पसंद के अलग-अलग स्टाइल के इनरवियर ऑनल ऑर्डर कर सकते हैं।
ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी Zivame साल 2011 में स्थापित की गई थी जिसके बाद से इसने काफी सफलता हासिल की है। अच्छी डिलीविरी सर्विस, रिटर्न पॉलिसी की वजह से लोग Zivame से शॉपिंग करना पसंद करते हैं।
आपको बता दें कि रिचा कार ने शुरुआत में इस कंपनी में 30 लाख रुपए का निवेश किया था। और आज ये कंपनी अरबों रुपए कमा रही है। ये सब रिचा कार की कड़़ी मेहनत का ही नतीजा है।
- मनीषा रायसिंहानी, सह-संस्थापक और सीटीओ, ( LogiNext )
मनीषा रायसिंहानी ने एशिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली LogiNext कंपनी में अपना अहम योगदान दिया है। ये एशिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली सास कंपनियों में से एक है। LogiNext रसद और क्षेत्र कार्यबल संचालन के प्रबंधन और अनुकूलित करने में होने वाली समस्याओं का हल निकालने में मदद करती है।
आपको बता दें कि LogiNext की बाजार में भी अच्छी खासी हिस्सेदारी है और ये रीयल-टाइम रूट प्लानिंग एल्गोरिदम और रीयल-टाइम वर्कफोर्स प्रदर्शन विश्लेषण के साथ टूल प्रदान करने में खासियत के लिए जाना जाता है।
- कनिका टेकरीवाल, संस्थापक, जेटसेटगो ( JetSetGo )
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बाद जहां इंसान टूट जाता है और खुद को असहाय महसूस करने लगता है लेकिन कनिका टेकरीवाल ने कैंसर जैसी बड़ी बीमारी का डटकर सामना किया और तो और उन्होनें अपने नेक विचारों से JetSetGo की स्थापना कर बाकी लोगों के लिए मिसाल कायम की है।
JetSetGo एक विमान एग्रीगेटर है इसके साथ ही ये चार्टर्ड विमानों के लिए भारत का पहला बाजार है। जो कि अपने ग्राहकों को व्यापारिक विजिट हो या फिर डेस्टीनेशन वेडिंग हो इसके लिए हेलीकॉप्टर और निजी जेट बुक करने की अनुमति देती है।
साथ ही, यह अपने ग्राहकों को विमान और चार्टर के लिए इनबिल्ट मार्केटप्लेस के साथ क्लाउड-आधारित शेड्यूलिंग, एयरक्राफ्ट मैनेजमेंट और उन्नत ट्रिप-प्राइसिंग क्षमताओं के साथ-साथ विमानों को चार्टर करने की भी अनुमति देता है। इसके साथ ही JetSetGo को भारतीय आसमान का ऊबर भी कहा जाता है।
- फल्गुनी नायर, संस्थापक और सीईओ, न्याका ( Nykaa )
आज कल भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी को बाजार जाकर सामान खरीदने का टाइम नहीं मिलता है लेकिन इसके लिए अब उन्हें अपनी छुट्टी का इंतजार नहीं करना पड़ता या फिर बाजार जाने के लिए खासकर टाइम निकालने की भी जरूरत नहीं होती वो इसलिए कि फल्गुनी नायर ने इसे काफी आसान बना दिया है जी हां अगर आप मेकअप का सामान खरीदना चाहते हैं तो ई-कॉमर्स और ब्यूटी ऑनलाइन स्टोर न्याका से ऑनलाइन ऑर्डर कर मंगवा लेते हैं।
साल 2012 में फल्गुनी नायर ने ऑनलाइन मेकअप स्टोर न्याका की स्थापना की और मेकअप खरीदने की प्रक्रिया को बेहद आसान बना दिया। इसके साथ ही उन्होनें एक पूर्व निवेश बैंकर से सफल व्यापारी के रूप में जगह बनाई है।
ब्यूटी और पर्सनल केयर प्रोडक्टस खरीदने के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाकर फाल्गुनी नायर ने बाकी लोगों के लिए मिसाल कायम की है।
- नैय्या सग्गी, सीईओ और संस्थापक, बेबी चक्र ( BabyChakra )
नैय्या सग्गी ने बेबी चक्र की स्थापना कर कई माता-पिता की समस्याओं का हल कर दिया है। इसके साथ ही ये कंपनी काफी अच्छी कमाई भी कर रही है।
आपको बता दें कि नैय्या सग्गी की बेबी चक्र कंपनी करीब 30 मिलियन माता-पिता की डॉक्टरों, अस्पतालों, प्लेस्कूल, गतिविधियों, घटनाओं और उत्पादों पर फैसला लेने में मदद करता है।
- शुभरा चड्डा – चुंबक( Chumbak)
शुभरा चड्डा ने यूनीक गिफ्ट के लिए ई-कॉमर्स कंपनी चुंबक ( Chumbak) की शुरुआत की। ये वेबसाइट अपने ग्राहकों को सस्ते दामों पर अच्छे और यूनीक गिफ्ट देने में उनकी मदत करती है।
आपने देखा होगा कि जब लोग किसी को गिफ्ट देते हैं या तो वे कन्फ्यूज रहते हैं कि उन्हें क्या देना चाहिए या फिर उन्हें देने के लिए यूनीक गिफ्ट नहीं मिलता इस सारी समस्याओं का हल शुभरा चड्डा ने निकाला है।
जिसकी मदत से अब लोग आकर्षक और यूनीक गिफ्ट खरीद सकते हैं। वहीं ये वेबसाइट कई डिस्काउंट ऑफर भी अपने ग्राहकों को देती है यही वजह है कि आज कंपनी की सेल काफी अच्छी है और करोड़ों रुपए की कमाई कर रही है।
राधिका अग्रवाल, सह-संस्थापक, शॉपक्लूस ( ShopClues )
राधिका अग्रवाल ने साल 2011 में ई-कॉमर्स कंपनी शॉपक्लूस की सह- स्थापना की। शॉपक्लूस अपने ग्राहकों को सस्ते दामों पर लाइफस्टाइल, फैशन, इलैक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, घरेलू सामान समेत कई चीजें उपलब्ध करवाता है।
लोग शॉपक्लूस के माध्यम से ऑनलाइन सामान खरीद सकते हैं। वहीं शॉपक्लूस लोकल और नॉनब्रांडेड बाजार में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्तमान में शॉपक्लूस भारत का पहला और पूरी तरह से प्रबंधित मार्केट प्लेस बन चुका है जिसमें करीब 7 मिलियन से ज्यादा लोग हर महीने विजिट करते हैं और तो और ये भारत के 9 हजार शहरों, कस्बों और गांवों में अपनी सर्विस उपलब्ध करवा रहा है।
आपको बता दें कि इससे पहले राधिका अग्रवाल सिलिकॉन वैली पर आधारित खुद का फैशन ब्लॉग चलाती थी इसके साथ ही उन्होने पहले पहले कॉर्पोरेट निंग में अपने कॉर्पोरेट मुख्यालय में नॉर्डस्ट्रॉम के साथ काम किया था।
राधिका अग्रवाल ने पास वाशिंगटन विश्वविद्यालय से एमबीए किया है और इनके पास एडवरटाइजिंग और पब्लिक रिलेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी हासिल की है और आज वे एक सफल व्यापारी हैं ।
- रश्मी दागा, संस्थापक, फ्रेशमेनू ( FreshMenu )
रश्मी दागा ने फ्रेशमेनू की स्थापना कर बाकी लोगों के लिए मिसाल पेश की है। आपको बता दें कि फ्रेशमेनू एक ऑनलाइन रेस्टोरेंट हैं जहां से ग्राहक ऑनलाइन खाना ऑडर कर सकते है वहीं फ्रेशमेनू अपने ग्राहकों को 45 मिनट के अंदर खाना की डिलीवरी करवाता है।
फ्रेशमेनू में घर जैसा खाना तैयार किया जाता है साथ ही फ्रेशमेनू की कुशल रसोई टीम है। फ्रेशमेनू ऐप लोगों में खासा पसंद किया जा रहा है क्योंकि ये अपने ग्राहकों को उचित दामों पर अच्छी सर्विस देता है साथ ही कंपनी करोड़ों रुपए कमा रही है इस तरह रश्मी दागा की कंपनी दिन पर दिन सफलता की ऊंचाईयों को छू रही है और रश्मी एक सफल बिजनेस वुमन बनकर सामने आयी हैं।
- साइरी चहल, शीरोस ( Sheroes )
साइरी चहल, www.sheroes.in की फाउंडर हैं। शीरोस महिलाओं के रोजगार के लिए चलाया जाने वाला एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। ये प्लेटफॉर्म महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से महिलाएं स्वास्थ्य, करियर, रिश्तों और उद्यमशीलता जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में संलग्न होती हैं। आपको बता दें कि, सामुदायिक सदस्य SHEROES ऐप पर एक सुरक्षित चैट हेल्पलाइन पर परामर्शदाताओं से बात कर सकते हैं आपको बता दें कि। ये देश में सबसे ज्यादा प्रतिक्रियाशील हेल्पलाइनों में से एक है।
- उपसना ताकू, सह-संस्थापक, ( MobiKwik )
उपासना ताकु ने MobiKwik की स्थापना की जो कि भारत के डिजिटल भविष्य में एक अहम भूमिका निभा रही हैं। MobiKwik भारत की मोबाइल रिचार्ज, डीटीएच रिचार्ज साइट है।
उपासना ताकु की वर्तमान ज़िम्मेदारी MobiKwik के विकास को एक वित्तीय वितरण केंद्र में ले जाना है। जो वित्तीय जरूरतों और कई भारतीयों की आकांक्षाओं को पूरा करती है और MobiKwik प्लेटफॉर्म पर भुगतान, उधार, बचत और निवेश जैसी सभी वित्तीय सेवाएं प्रदान करती हैं।
- Swati Bhargava, Co-founder, CashKaro
CashKaro।com की सह संस्थापक स्वाती भार्गव हैं जो कि कैश बैक साइट की स्थापना की। CashKaro.com दुनिया की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट कम्पनियों में से एक है। ये व्यापार पूंजी-समर्थित कैशबेक साइट भी है आपको बता दें कि कैश करो साइट ने न सिर्फ कूपन कोड और कैशबेक के जरिए नए मार्केट का विकास किया बल्कि इसे सफलता की नई ऊंचाईयों तक भी पहुंचाया। ये साइट ऑफलाइन खुदरा व्यापारियों को भी बचत प्रदान करती है।
महिला हो या पुरुष अगर किसी काम को पूरी ईमानदारी और सच्ची लगन से किया जाए तो सफलता जरूर हासिल होती है इन महिलाओं ने भी इस बात को साबित कर दिखाया है और अपने बिजनेस को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाकर बाकी लोगों के लिए एक मिसाल पेश की है।
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कुछ सपनों के मर जाने से जीवन नहीं मरा करता है।
कुछ दीपों के बुझ जाने से आँगन नहीं मरा करता है।
चन्द खिलौनों के खोने से बचपन नहीं मरा करता है।
लाख करे पतझर कोशिश पर उपवन नहीं मरा करता है।
कुछ मुखड़ों की नाराज़ी से दर्पन नहीं मरा करता है। ( नीरज)
जो ठोकर न खाये नहीं जित उसकी
जो गिरके सम्हल जाये है जित उसकी
निशान मंज़िलो के है पैरो के छाले
शुक्रिया रतनेश्वर जी, इस पोस्ट को पढ़ने के लिए साथ ही इतना सुंदर कमेंट करने के लिए। जो लोग अपने मंजिल को पाने के लिए कठोर संघर्ष करते हैं और ईमानदारी से काम करते हैं । ऐसे लोग अपनी मंजिल को आसानी से हासिल कर लेते हैं।
bahut achhi Story Hai Sir Kya Baat Hai Bahut Khub
धन्यवाद इकबाल जी! आापने हमारे इस पोस्ट को पढ़ा और इसकी तारीफ की। आप लोगों की सराहना से हमें प्रेरणा मिलती है, हमें आशा है कि आपको हमारे आगे के पोस्ट भी जरूर पसंद आएंगे।