लकी ग्राहक योजना – Lucky Grahak Yojana

Lucky Grahak Yojana

मोदी सरकार का डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने के लिए और भारत में ऑनलाइन कैशलेस पेमेंट और डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने लकी ग्राहक योजना की शुरुआत की थी।

लकी ग्राहक योजना – Lucky Grahak Yojana

Lucky Grahak Yojana

कब हुई लकी ग्राहक योजना की शुरुआत – Lucky Grahak Yojana Launched

25 दिसंबर साल 2016 में लकी ग्राहक योजना की शुरुआत हुई थी।

किसने की इस योजना की शुरुआत – Who sStarted this Lucky Grahak Yojana

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 नवंबर को नोटबंदी के एलान को देखते हुए ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ाने के मकसद से लकी ग्राहक योजना लॉन्च की थी।

क्या है लकी ग्राहक योजना

डिजिटल और ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देने के मकसद से मोदी सरकार ने साल 2016 में क्रिसमस डे के दिन इस लाभकारी योजना की शुरुआत की थी। यह योजना मुख्य रुप से उन व्यापारियों के लिए शुरु की गई थी जो कि डिजिटल माध्यम से पेमेंट करते हैं या फिर पेमेंट प्राप्त करते हैं। वहीं इस योजना के तहत मोदी सरकार ने अच्छी-खासी ईनाम राशि की भी घोषणा की थी। आपको बता दें कि भारत सरकार की लकी ग्राहक योजना के तहत 1 हजार रुपए से 1 करोड़ रुपए तक का ईनाम रखा गया था।

साल 2016 से जब इस योजना की शुरुआत हुई थी, तभी से इस योजना के तहत लकी ड्रा के जरिए दैनिक और सप्ताहिक आधार पर तमाम विजेताओं को चुना गया था।

लकी ग्राहक योजना का समापन

भारत सरकार की इस योजना का समापन 14 अप्रैल साल 2017 में किया गया था । मेगा ड्रा निकालकर इस योजना का समापन किया गया और इस दिन 1 करोड़ रुपए का ईनाम भी दिया गया।

लकी ग्राहक योजना के तहत दिए जाए वाले ईनाम-

भारत सरकार की इस योजना के तहत डिजिटल पेमेंट करने वाले उपभोक्ता को दिए जाने वाले ईनाम को तीन भागों में बांटा गया था-

दैनिक लकी ड्रा:

इसके तहत करीब 15 लाख उपभोक्ताओं को ईनाम दिया गया। रोजाना करीब 15 हजार उपभोक्ताओं को 1 हजार रुपए प्रति उपभोक्ता की दर से ईनाम दिया गया।

साप्ताहिक लकी ड्रा:

इसके तहत हफ्ते में करीब 7 हजार उपभोक्ताओं को ईनाम दिया गया।

मेगा ड्रा:

लकी ग्राहक योजना की समाप्ति पर इसके तहत मेगा ड्रा में उन लोगों को ईनाम दिया गया ,जिन्होंने 9 नवंबर साल 2016 से 13 अप्रैल साल 2017 के बीच डिजिटल भुगतान किया था।

लकी ग्राहक योजना के मेगा ड्रा में महाराष्ट्र के लातूर की रहने वाली श्रद्दा मोहन मैनशेट्टी ने 1 करोड़ रुपए का ईनाम जीता था। आपको बता दें कि श्रद्धा ने अपना नया मोबाइल EMI पर खरीदने के लिए अपने कार्ड से 1590 रुपए का पेमेंट किया था।

बंद हो चुकी इस लकी ड्रॉ योजना के तहत 16 लाख लोगों ने करीब 258 करोड़ रुपए की ईनामी राशि जीती है।
वहीं इस योजना का दूसरा ईनाम गुजरात के कैमबे में रहने वाले हार्दिक कुमार ने जीता था , उन्हें ईनाम के तौर पर 50 लाख रुपए की राशि दीगई थी । जबकि लकी ग्राहक योजना के तीसरे विजेता देहरादून के भरत सिंह बने थे , उन्हें 25 लाख रुपए की राशि से पुरस्कृत किया गया था ।
लकी ग्राहक योजना के तहत किए जाने वाले डिजिटल पेमेंट के तरीके
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के मकसद से शुरु की गई इस योजना के तहत नीचे लिखे गए 4 तरीकों में से किसी एक तरीके से योजना की निर्धारित समय-सीमा के अंदर डिजिटल पेमेंट किया जा सकता था । इस योजना के तहत किए जाने वाले ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम इस प्रकार हैं –
• UPI ( यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस ) द्दारा पेमेंट-
यह एक मोबाइल ऐपलीकेशन है , जिसे उपभोक्ता अपने स्मार्टफोन में बैंक की वेबसाइट या फिर गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इस्तेमाल करता है । इसे डाउनलोड करने के बाद उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन द्धारा कैशलेस पेमेंट करता है ।
• RUPAY Card ( रुपे कार्ड ) द्धारा पेमेंट
रुपे एक डेबिट कार्ड है । जनधन खाताधारकों को रुपे डेबिट कार्ड उपलब्ध करवाए गए हैं । इसे मास्टर कार्ड या फिर वीसा कार्ड के विकल्प के तौर पर स्थापित करने की कोशिश की जा रही है । वहीं रुपे कार्ड को लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से सरकार ने लकी ग्राहक योजना के तहत इस कार्ड से भुगतान करने पर सबसे ज्यादा ईनाम रखा था ।
• USD ( अनस्ट्रर्क्च्ड सप्लीमेंट्री सर्विस डाटा )
यह मोबाइल फोन द्धारा किए जाने वाला डिजिटल पेमेंट करने का सबसे सस्ता और सरल माध्यम है । वहीं इसकी खासियत यह है कि इसके लिए न तो उपभोक्ता के पास किसी भी तरह का स्मार्टफोन का होना जरूरी है और न ही इंटरनेट की उपलब्धता जरूरी है । इसके लिए अपनी सिम से उपभोक्ता को *99# नंबर डायल करना होता है , और फिर वे इसके निर्देशानुसार पेमेंट कर सकते हैं ।
• AIPS ( आधार इनएबेल्ड पेमेंट सिस्टम ) द्धारा पेमेंट
इसके तहत किए जाने वाले डिजिटल पेमेंट के तहत महज अपनी उंगलियों के निशान से पेमेंट किया जा सकता है । इसके लिए पेमेंट प्राप्त करना वाला व्यक्ति माइक्रो एटीएम रखता है, और उपभोक्ता के आधार नंबर के साथ उसका फिंगर प्रिंट लेकर पेमेंट प्राप्त करता है ।
इस योजना के तहत इन तरीकों ने नहीं कर सकते थे डिजिटल पेमेंट
लकी ग्राहक योजना के तहत मोबाइल वॉलेट, freecharge, paytm समेत किसी भी बैंक के मास्टरकार्ड, visa card और नेट बैंकिंग के माध्यम से पेमेंट नहीं कर सकते हैं ।
लकी ग्राहक योजना का उद्देश्य
• डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना
• रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाना
• समाज के सभी लोगों को डिजिटल लेनदेन के प्रति प्रोत्साहन करना ।
• लकी ग्राहक योजना के तहत 50 रुपए से लेकर 3000 रुपए तक के डिजिटल भुगतान करने वाले को शामिल किया गया था । वहीं इस सीमा के तहत जिस उपभोक्ता द्धारा सबसे ज्यादा बार भुगतान किया गया , उसे इस योजना के तहत विजेता घोषित किया गया था ।
लकी ग्राहक योजना के तहत विजेता की जानकारी इस योजना के वेबसाइट mygov.in से प्राप्त की जा सकती है ।
मोदी सरकार द्धारा चलाई गई लकी ग्राहक योजना के माध्यम से डिजिटल पेमेंट को काफी बढ़ावा मिला और बड़े स्तर पर लोगों ने अपनी भागीदारी निभाई । वहीं डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में मोदी सरकार की यह योजना काफी लाभकारी साबित हुई है ।

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