श्याम शरण नेगी की रोचक कहानी…

हमारा देश भारत सन 1947 में आजाद हुआ और इसके बाद 1952 में देश के पहले आम चुनाव हुए। इस आम चुनाव में कई सारे रिकॉर्ड दर्ज हुए थे। एक ऐसा ही रिकॉर्ड था देश के सबसे पहले मतदाता का जिसने आजाद भारत में पहला वोट डाला था।

सबसे रोचक बात है की ये आज भी हमारे बीच हैं और इनका नाम है “श्याम शरण नेगी” जो की हिमाचल के किन्नौर जिले के कल्पा गाँव से हैं, इनकी उम्र 102 साल है। आइये जानते हैं इनके बारे में-

श्याम शरण नेगी की रोचक कहानी | India’s First Voter Shyam Saran Negi

श्याम शरण नेगी का जन्म हिमाचल के किन्नौर में 1 जुलाई 1917 को हुआ। श्याम शरण नेगी पेशे से एक शिक्षक थे और पहले आम चुनावों के दौरान उनकी ड्यूटी लगी थी। हिमाचल के किन्नौर में मतदान 1951 में हुए थे क्योकि हिमाचल के उपरी हिस्सों में बर्फ गिरने की वजह से यहाँ पहले वोट डलवा लिए गए थे।

25 अक्टूबर 1951 को जब यहाँ वोट डाले जा रहे थे तब नेगी की चुनाव में ड्यूटी लगी थी। नेगी के बेटे चंदरप्रकाश बताते हैं की उस समय मेरे पिता ने पोलिंग अधिकारी से निवेदन किया की पहले उन्हें वोट डालने दिया जाए और इसके बाद वो ड्यूटी करने जायेगे।

नेगी ने सबसे पहले वोट डाला और फिर ड्यूटी में चले गए और इस तरह वो बन गए आजाद भारत के पहले मतदाता।

ऐसे आये सामने-

साल 2007 में इनकी खोज हिमाचल की आईएएस अधिकारी मनीषा नंदा ने की जो वर्तमान में हिमाचल में सार्वजनिक निर्माण विभाग की मुख्य सचिव है।

नंदा ने कहा की साल 2007 में मुझे किन्नौर में बहुत रूचि थी क्योकि यहाँ बर्फबारी बहुत अधिक होती थी और मुझे यहाँ बेहतर वोट करवाना एक चैलेंज लग रहा था। मैं 90 साल से अधिक उम्र के सभी वोटरों की लिस्ट मंगवाई और उस समय मेरा ध्यान गया नेगी पर जिनकी उम्र 92 साल थी।

मेरी इसमें रूचि बढ़ी और मैंने सम्बंधित अधिकारियों को आदेश दिए की वो नेगी से मिलने जाए। तब साल 2003 बीच की आईएएस ऑफिसर और समय किन्नौर में डिप्टी कमिश्नर के रूप में तैनात एम् सुधा देवी एम् उनसे मिलने गई। मिलने के बाद सुधा देवी ने भी इसकी पुष्टि की हो सकता है की ये आजाद भारत के पहले मतदाता हो।

इसके बाद मनीषा नंदा ने फाइल्स खोजनी शुरू कर दी और दिल्ली तक रिकॉर्ड खंगाल डाला। हमे जाकर पता चला की यही है पहले मतदाता और मुझे इस काम में ऐसा मजा आया जैसे मैंने पीएचडी कर ली हो। इसके बाद साल 2012 में मुख्य चुनाव आयुक्त नवीन चावला और मनीषा नंदा इनके घर सुविधाएँ देने पहुचे।

इलेक्शन कैम्पेन में हुए शामिल- आस्तित्व में आने के बाद नेगी एक वीआईपी की तरह ट्रीट किये जाने लगे। साल 2014 के चुनावों में गूगल ने “pledge to vote campaign” का एक विडियो बनाया जिसमे नेगी को शामिल किया गया।

इस कैम्पेन में अमिताभ बच्चन, दिया मिर्जा, अर्जुन रामपाल और क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग जैसे बड़े बड़े लोग शामिल थे। इसमें सबसे अधिक व्यू नेगी के विडियो को मिले थे।

बिछाया गया रेड कारपेट-

साल 2017 में जब हिमाचल में विधानसभा चुनाव हुए तो इनके लिए रेड कारपेट बिछाया गया। बड़े बड़े चुनाव अधिकारी इनका स्वागत करने के लिए तैयार खड़े थे। नेगी अब 31 वार वोट कर चुके हैं। उन्होंने 16 बार लोकसभा और 14 बार हिमाचल की विधानसभा में वोट किया है। श्याम शरण नेगी हर एक चुनाव में वोट डालने जाते हैं चाहे उनका स्वास्थ कैसा भी हो। आज वो देश में एक रोल मॉडल की तरह हैं।

श्याम शरण नेगी एक तरह से भारत के चुनावी इतिहास का पहला पन्ना हैं। इन्होने आजाद हुए भारत का पहला चुनाव गौर देखा और उसे करवाया और साथ में पहले मतदाता बने। इस बार भी लोकसभा चुनावों में वो वोट डालने के लिए तैयार हैं।

2 thoughts on “श्याम शरण नेगी की रोचक कहानी…”

  1. Mr.Mithilesh kumar

    आपकी पोस्ट से बहुत अच्छी जानकारी मिलती है।बहुत अच्छा।

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