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भारत रत्न अवार्ड विजेताओं की लिस्ट और जीवन परिचय

Bharat Ratna award winners list

भारत में हर क्षेत्र में बहुत सारे talented लोग है जो अपने अपने काम में excellent काम कर रहे है। भारत सरकार द्वारा ऐसे लोगो को उनके काम के लिए नवाजा जाता है। ऐसे महान लोगो को उनके अमूल्य योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा विविध नागरी सम्मान या awards दिए जाते है।

Arts से लेके technology तक कोई भी क्षेत्र इससे वंचित नहीं है। भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरी पुरस्कार या Highest Civilian Award है – भारत रत्न पुरस्कार (Bharat Ratna award)

अपने क्षेत्र में महान और सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले लोगो को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। भारत रत्न पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जाता है। आप को भारत रत्न पुरस्कार की जानकारी ज्ञानी पण्डित पर मिल जाएगी।

आज हम आपको भारत रत्न पुरस्कार प्राप्त किये हुए लोगो के बारे में Information देंगे जिन्होंने अपने महान कार्य से इस पुरस्कार को हासिल किया है। ऐसे महान लोगो की Biography और History पढ़ने से आपको inspiration मिलेगा। भारत रत्न पुरस्कार आज तक जिन लोगों को मिल पाया हैं उनकी लिस्ट और जीवन परिचय दे रहे हैं।

Bharat Ratna award winners list

भारत रत्न अवार्ड विजेताओं की लिस्ट और जीवन परिचय – Bharat Ratna Award Winners List

‘भारत रत्न’ पुरस्कार हमारे देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान विज्ञान, साहित्य, खेल, कला, सार्वजनिक सेवा आदि क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की शुरुआत साल 1954 से हुई थी।

सबसे पहले यह सर्वोच्च सम्मान दूसरे राष्ट्रपति के तौर पर देश का नेतृत्व कर चुके ड़ॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को साल 1954 में दिया गया था। तब से लेकर आज तक अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाली तमाम हस्तियों को इस सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।

आज हम आपको अपने इस लेख में भारत सरकार के द्धारा दिए जाने वाले इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” पुरस्कार से नवाजे गए लोगों की सूची उपलब्ध करवाएंगे। आप भारत रत्न विजेताओं के नाम पर क्लिक कर उनके जीवन से जुड़ी खास बातें, उपलब्धियां एवं उनके द्धारा किए गए महत्वपूर्ण कामों के बारे में जान सकेंगे।

इसके साथ ही इस लेख में हम भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं के नाम के आगे वेबसाइट लिंक भी डालेंगे, जिससे आप आसानी से देश की इन महान शख्सियत के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे, तो आइए जानते हैं देश के इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट के बारे में-

भारत रत्न पुरस्कार विजेता साल
1. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन 1954
2. चक्रवती राजगोपालाचारी 1954
3. डॉ. सी. वी. रमन 1954
4. पंडित जवाहर लाल नेहरू  1955
5. डॉ. भगवान दास  1955
6. सर. डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या  1955
7. गोविंद बल्लभ पंत  1957
8. धोंडो केशव कर्वे 1958
9.डॉ. बिधान चन्द्र रॉय  1961
10.पुरुषोत्तम दास टंडन 1961
11. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद 1962
12. डॉ. जाकिर हुसैन खान  1963
13. पांडुरंग वामन काणे  1963
14. लालबहादुर शास्त्री 1966
15. इंदिरा गांधी 1971
16. वी.वी.गिरी 1975
17. के. कामराज 1976
18. मदर टेरेसा 1980
19. आचार्य विनोबा भावे 1983
20. खान अब्दुल गफ्फार खान 1987
21. एम.जी. रामाचंद्रन 1988
22. नेल्सन  मंडेला 1990
23. बाबा साहेब अंबेडकर 1990
24. सरदार वल्लभभाई पटेल 1991
25. राजीव गांधी 1991
26. मोरारजी देसाई 1991
27. अबुल कलाम आजाद 1992
28. सत्यजीत राय 1992
29. जे.आर.डी. टाटा 1992
30. अरुणा आसफ अली 1997
31. गुलजारी लाल नंदा 1997
32. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 1997
33. डॉ. जयप्रकाश नारायण 1998
34. एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी 1998
35. चिदंबरम सुब्रममण्यम 1998
36. गोपीनाथ बोरदोलोई 1999
37. अमर्त्य सेन 1999
38. रवि शंकर 1999
39. लता मंगेशकर 2001
40. बिस्मिल्लाह खान 2001
41. भीमसेन जोशी 2008
42. सचिन तेंदुलकर 2014
43. सी.एन.आर.राव 2014
44. मदन मोहन मालवीय 2014
45. अटल बिहारी वाजपेयी 2015
46. नानाजी देशमुख 2019
47. भूपेन हजारिका 2019
48. प्रणब मुखर्जी 2019
49. कर्पूरी ठाकुर 2024

1. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन- (देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं दूसरे राष्ट्रपति)

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्हें राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा था, हालांकि उन्होंने अपनी सूझबूझ और समझदारी के साथ इस पद की जिम्मेदारी कुशलतापूर्वक निभाई।

वे एक अच्छे राजनेता होने के साथ-साथ एक महान शिक्षक, प्रख्यात दार्शनिक एवं प्रसिद्ध विचारक थे। उन्होंने अपने जीवन के करीब 40 सालों तक एक शिक्षक के रुप में अपनी सेवाएं दी। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने लोगों को न सिर्फ शिक्षकों के महत्व को बताया बल्कि समाज में शिक्षकों को एक उचित दर्जा दिलवाने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसलिए 5 सितंबर को सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस को पूरे देश में शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।

राधाकृष्णन जी देश के ऐसे पहले शख्सियत थे, जिन्हें शिक्षा (Education) और राजनीति के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए साल 1954 पहली बार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर ले सकते हैं : डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी

2. चक्रवती राजगोपालाचारी:

चक्रवती राजगोपालाचारी भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे, जिन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए काम किया था।

चक्रवती राजगोपालाचारी जी ने अपनी उत्तम विवेकशीलता के चलते भारतीय राजनीति में भी एक नया आयाम स्थापित किया था। वे एक अच्छे राजनेता होने के साथ-साथ एक प्रख्यात दार्शनिक, महान लेखक, गंभीर वकील भी थे।

देश के अंतिम गर्वनर माउंटबेटन के बाद चक्रवती राजगोपालाचारी जी भारत के प्रथम गर्वनर जनरल भी थे। उन्होंने न सिर्फ ”स्वतंत्रता पार्टी” की स्थापना की थी। ”राजाजी” के नाम से प्रसिद्ध चक्रवती राजगोपालाचारी जी पश्चिचम बंगाल के राज्यपाल, भारत के गृह मंत्री, मद्रास राज्य के मुख्यमंत्री, मद्रास प्रेसीडेंसी के प्रमुख  जैसे अहम पदों पर रहते हुए भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

राजगोपालाचारी जी को आधुनिक भारत के इतिहास का ”चाणक्य” भी माना जाता है। देश के हित के लिए उनके द्धारा किए गए महत्वपूर्ण कामों के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया जा चुका है।

3. चन्द्रशेखर वेंकटरमन (सी.वी.रमन):

सी.वी. रमन को भारत में विज्ञान के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया जाता है। वे आधुनिक भारत के महान वैज्ञानिक थे, जिन्होंने विज्ञान की दुनिया में कई प्रभावशाली एवं अद्भुत खोज की। वे एक महान भौतिक शास्त्री भी थे।

विज्ञान के क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण खोज ”प्रकाश के प्रकीर्णन” एवं ”रमन इफेक्ट” ((Raman effect) के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा भारत को विज्ञान के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलवाने के लिए उन्हें साल 1954 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से भी नवाजा गया था।

सीवी रमन के बारे में आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं: सीवी रमन की जीवनी

4. पंडित जवाहरलाल नेहरू:

पंडित जवाहर लाल नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने गुलाम भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी दूरदर्शी सोच और प्रभावशाली व्यक्तित्व के चलते उन्हें आधुनिक भारत का शिल्पकार एवं वास्तुकार माना जाता था। उन्होंने भारत को एक विकसित एवं सफल राष्ट्र बनाने के लिए इसकी नींव मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी।

जवाहर लाल नेहरू जी के सफल राजनैतिक कौशल एवं उनकी अद्भुत सैद्धान्तिक छवि को देखते हुए उन्हें आजाद भारत का प्रथम प्रधानमंत्री बनाया गया था। उन्होंने प्रधानमंत्री के रुप में न सिर्फ देश की आर्थिकी में सुधार किया, बल्कि विज्ञान और प्रोद्योगिकी के विकास को बढ़ावा दिया। इसके साथ ही उन्होंने देश के पीएम पद पर रहते हुए कोरियाई युद्ध, स्वेज नहर विवाद सुलझाने और कांगो समझौते में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। पंडित नेहरू जी को बच्चों से अत्याधिक प्रेम और स्नेह था।

इसलिए उनके जन्म दिन 14 नवंबर को बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है।  बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के नाम से पुकारते थे। पंडित नेहरू जी ने भारतवासियों के मन में न सिर्फ लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान की भावना पैदा की, बल्कि जातिवाद का भाव मिटाने में भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई थी।

इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया एवं लाओस जैसे कई गंभीर मुद्दों का समाधान करने में भी अपना योगदान दिया। नेहरू जी को साल 1955 में उनके द्धारा देश के के लिए किए गए महत्वपूर्ण योगदानों के लिए उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान”भारत रत्न” से भी सम्ममानित किया गया था।

पंडित नेहरू के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: जवाहरलाल नेहरु जीवनी

5. डॉ. भगवानदास:

भगवानदास जी भारत के एक महान स्वंतत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे, जिन्होंने गुलाम भारत को अंग्रेजों से आजाद करवाने की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भगवानदास जी ने देश के प्रति अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाया था। यही नहीं उन्होंने गांधी जी द्धारा चलाए गए सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान जेल की सजा भी काटी थी।

भगवानदास जी को एक महान दार्शनिक, शिक्षा शास्त्री, समाजसेवी के रुप में भी याद किया जाता है। उन्हें हिन्दी, संस्कृत, उर्दू, अरबी, फारसी समेत कई भाषाओं की जानकारी थी। भगवानदास जी ने काशी हिन्दू विद्यापीठ की सह-स्थापना की थी और यहां एक अध्यापक के रुप में भी अपनी सेवाएं दी थी।

इसके अलावा उन्होंने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भगवानदास जी का अनूठा एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व एवं उनका प्रेरणादायक जीवन भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है। भगवानदास जी को देश के लिए किए गए उनके अमूल्य योगदान के लिए साल 1955 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

6. सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया:

मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी एक प्रख्यात वैज्ञानिक, महान इंजीनियर एवं प्रभावशाली राजनेता थे। उन्हें ”आधुनिक भारत के विश्वकर्मा” के रुप में याद किया जाता है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित कर दिया।  उनके जन्म दिवस, 15 सितंबर को पूरे भारत में उनके सम्मान में ”अभियंता दिवस” के रुप में मनाया जाता है।

आधुनिक भारत के निर्माण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए साल 1955 में एम, विश्वश्वरैया जी को देश के प्रतिष्ठित एवं सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

इसके अलावा ब्रिटिश सरकार ने उन्हें जनता की सेवा के लिए ”नाइट कमांडर ऑफ द ब्रिटिश इंडियन एंपायर” से भी सम्मानित किया था।

7. पंडित गोविंद बल्लभ पंत:

गोविंद बल्लभ पंत जी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी देश की सेवा में सर्मपित कर दी। उन्होंने देश को आजादी दिलवाने के लिए कई त्याग और बलिदान दिए। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उन्हें उत्तप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के तौर पर नियुक्त किया गया था। इसके अलावा आजाद भारत में उन्होंने गृहमंत्री के रुप में भी अपनी सेवाएं दी थी।

गोविंद बल्लभ पंत जी ने भारतीय संविधान में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने एवं जमींदारी प्रथा को पूरी तरह खत्म करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। देश की सेवा में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें साल 1957 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

8. डॉ. धोंडो केशव कर्वे:

डॉ. केशव कर्वे भारत के एक महान समाज सुधारक एवं शिक्षा शास्त्री थे, जिन्होंने देश में शिक्षा का जमकर प्रचार-प्रसार किया और लोगों को शिक्षा का महत्व बताया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र में ”महिला विद्यालय” की स्थापना की थी।

इसके साथ ही उन्होंने देश के गांवों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए चंदा इकट्ठा कर करीब 50 से भी ज्यादा प्राइमरी स्कूलों की स्थापना की थी। अपने जीवन में तमाम संघर्षों का सामना कर वे देश के उच्च पदों पर शोभायमान हुए। साल 1958 में उन्हें देश के लिए किए गए उत्कृष्ट कामों के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

9. डॉ. बिधान चन्द्र राय:

डॉ. बिधान चन्द्र राय जी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, कुशल राजनीतिज्ञ, वरिष्ठ चिकित्सक एवं महान शिक्षक थे। बिधान  चन्द्र राय जी को आधुनिक भारत के राष्ट्र निर्माता के रुप में याद किया जाता है। उनके लिए आज भी हर देशवासी के ह्रद्य में अपूर्व सम्मान है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री के रुप में कई महत्वपूर्ण काम किए थे।

यही नहीं वे अपने उत्कृष्ट कामों के लिए ”बंगाल के मसीहा” या ”बंगाल का निर्माता” के रुप में भी जाने जाते थे। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में पश्चिम बंगाम में न सिर्फ अभूतपूर्व विकास करवाया बल्कि 5 नए शहरों की स्थापना भी की थी।

चिकित्सा के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान एवं उनके सम्मान में उनके जन्म दिवस 1 जुलाई को पूरे देश में चिकित्सक दिवस के रुप में मनाया जाता है। समाज और देश के लिए उत्कृष्ट काम करने के लिए उन्हें साल 1961 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

10. पुरुषोत्तम दास टंडन:

पुरुषोत्तम दास टंडन जी भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे।

देश की आजादी की लड़ाई में पुरुषोत्तम दास जी ने कई आंदोलनों में अपनी भागीदारी निभाई, इस दौरान उन्हें कई बार जेल की सलाखों के पीछे भी रहना पड़ा था। हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने के उन्होंने महत्वपूर्ण प्रयास किए थे। पुरुषोत्तम दास जी ने साल 1910 में वाराणसी में हिन्दी साहित्य सम्मेलन की भी स्थापना की थी।

राजर्षि नाम से प्रसिद्ध पुरुषोत्तम दास जी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रुप में भी काम किया था। देश के लिए उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1961 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान”भारत रत्न” से भी नवाजा जा चुका है।

11. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद जी देश के प्रथम राष्ट्रपति थे, उन्हें आधुनिक भारत के वास्तुकार के रुप में भी याद किया जाता है। वे एक ऐसी महान शख्सियत थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्रसेवा में समर्पित कर दिया था। देश के लिए उनके द्धारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भूलाया जा सकता है। स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने देश के एक सच्चे सपूत की तरह अपनी भागीदारी निभाई थी।

भारतीय संविधान के निर्माण में भी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी ने अपनी सराहनीय भूमिका निभाई थी। साल 1950 में हमारे देश का संविधान लागू होने के साथ उन्हें देश के सर्वोच्च पद,राष्ट्रपति के पद पर सुशोभित कर सम्मानित किया गया।

उन्होंने न सिर्फ देश की राजनीति को एक नया आयाम दिया, बल्कि देश में शिक्षा के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण काम किए। राजनैतिक, समाजिक, आर्थिक, शिक्षा आदि के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कामों के लिए उन्हें साल 1962 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से नवाजा गया।

देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी की जीवनी

12. डॉ. जाकिर हुसैन खान:

डॉ. जाकिर हुसैन देश के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति  होने के साथ राष्ट्रपति के पद पर मरने वाले पहले राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने देश के उपराष्ट्रपति एवं बिहार के राज्यपाल के रुप में भी काम किया था।

उन्होंने देश में शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने राष्ट्रीय मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना की थी, जो कि अब जामिया मिलिया इस्लामिया के नाम से मशहूर है। देश के लिए किए गए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से भी सम्मानित किया जा चुका है।

डॉ. जाकिर हुसैन जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: जाकिर हुसैन का जीवन परिचय

13. पांडुरंग वामन काणे:   

डॉ. पांडुरंग वामन काणे एक महान विद्धान, प्रख्यात लेखक एवं प्रतिष्ठित शिक्षक थे। जो कि संस्कृत के प्रकांड विद्धान थे। उन्होंने भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज को पूरी दुनिया से परिचित करवाया। इसके अलावा वे शैक्षणिक एवं वकालत के काम से भी जुड़े।

इसके साथ ही उन्होंने कई महत्वपूर्ण रचनाएं भी की। ”धर्मशास्त्र का इतिहास” उनकी सबसे अधिक प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय रचना है। उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1963 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

14. लाल बहादुर शास्त्री:

लालबहादुर शास्त्री जी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी होने के साथ-साथ एक ईमानदार एवं राष्ट्र के लिए समर्पित राजनेता थे। उन्होंने देश के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की मौत के बाद साल 1964 में देश के पीएम पद की जिम्मेदारी संभाली थी, उस दौरान देश न सिर्फ आर्थिक संकट से गुजर रहा था, बल्कि भारत-पाकिस्तान की युद्ध के कारण देश की स्थिति काफी बिगड़ी हुई थी, लेकिन ऐसे वक्त में भी लालबहादुर शास्त्री ने हिम्मत और सूझबूझ से काम लेते हुए कुशलतापूर्वक देश का नेतृत्व किया।

शास्त्री जी का पीएम का कार्यकाल काफी सराहनीय था, उन्होंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण काम किए थे। इसके अलावा उन्होंने देश कीआजादी की लड़ाई में अपने जोशीले भाषणों एवं क्रांतिकारी गतिविधियों से ब्रिटिश शासकों की नाम पर दम कर दिया था और सभी देशवासियों के अंदर आजादी पाने की अलख जगाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

लालबहादुर शास्त्री जी द्धारा दिया गया नारा”जय जवान, जय किसान” काफी लोकप्रिय हुआ। शास्त्री जी द्धारा देश के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1966 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से भी नवाजा गया था।

लालबहादुर जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: लालबहादुर शास्त्री जी का जीवन परिचय

15. इंदिरा गांधी:

इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थी, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रुप में देश का विकट परिस्थिति में बेहद शानदार तरीके से नेतृत्व किया। इंदिरा गांधी जी भारत में काफी लंबे समय तक पीएम के रुप में सेवा देने वाली प्रधानमंत्रियों में से एक थीं। देश के प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए साल 1971 में उन्होंने भारत-पाकिस्तान के मध्य हुए युद्ध में उन्होंने भारत का कुशलतापूर्वक नेतृत्व किया था और भारत को जीत दिलवाई थी।

यही नहीं इंदिरा गांधी जी ने अपने कार्यकाल में पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में सुधार लाने के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। जिसके बाद उनकी लोकप्रियता और भी अधिक बढ़ गई थी एवं लोगों के बीच उनकी छवि एक चतुर राजनीतिक नेता के रुप में बन गई थी।

इसके अलावा इंदिरा गांधी जी ने भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने की लड़ाई में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। देश की सेवा एवं उनके द्धारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें साल 1971 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से भी सम्मानित किया गया था।

इंदिरा गांधी जी के बारे में आप और अधिक जानकारी नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं

16. वी.वी.गिरी:

वारहगिरी वेंकट गिरी  देश के चौथे राष्ट्रपति होने के साथ-साथ एक प्रतिष्ठित वकील और एक महान राजनेता थे। उन्होंने देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन की मृत्यु (Death) के बाद करीब 2 महीने तक देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रुप में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद उनके समझदारी और राजनैतिक कौशल को देखते हुए उन्हें देश के पूर्णकालिक राष्ट्रपति के रुप में चुना गया।

उन्होंने देश के राष्ट्रपति के रुप में निम्न एवं मजदूर वर्ग के लोगों को उनका अधिकार दिलवाने के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए। देश की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने एवं मजदूर वर्ग के लिए सराहनीय काम करने के लिए उन्हें साल 1975 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।

वारहगिरी वेंकट गिरी जी के बारे में आप और अधिक जानकारी नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: व्ही.व्ही. गिरी का जीवन परिचय

17. के कामराज:

के. कामराज एक प्रसिद्ध राजनेता थे, जिन्होंने राजनीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के अध्यक्ष के रुप में अपनी सेवाएं दी। लालबहादुर शास्त्री एवं इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री के चुनावों में उन्होंने अपना काफी योगदान दिया था, इसी वजह से उन्हें किंग मेकर भी कहा जाता था। उन्हें दक्षिण के गांधी के रुप में भी जाना जाता था।

देश के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1976 में ”भारत रत्न” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

18. मदर टेरेसा:

मटर टेरेसा एक उदार एवं महान व्यक्तित्व वाली महिला थी, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी गरीब, निर्धनों और जरूरतमंदों की सेवा में गुजार दी। मदर टेरेसा दूसरों के दुख-दर्द को अपना समझने वाली महान शख्सियत थी, उन्हें मानवता की मिसाल माना जाता है।

वे भारत में भले ही नहीं जन्मीं थी, लेकिन जब वे भारत आईं तो उन्हें यहां के लोगों से इतना प्यार और सम्मान मिला कि उन्होंने अपना शेष जीवन यहीं पर बिताने का फैसला लिया। निस्वार्थ भाव से सामाजिक सेवा करने के लिए उन्हें साल 1980 में देश के स्रर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया।

मदर टेरेसा के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: मदर टेरेसा का जीवन परिचय

19. आचार्य विनोबा भावे:

आचार्य विनोबा भावे ने भारत की आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे महात्मा गांधी जी को अपना आदर्श मानते थे और उनके विचारों का अनुसरण करते थे। उन्होंने गांधी जी द्धारा चलाए गए कई आंदोलनों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन आंदोलनों के दौरान उन्हें जेल की सजा भी भुगतनी पड़ी थी।

विनोबा भावे जी ने जातिवाद और ऊंच-नीच के खिलाफ भी कई कदम उठाए थे। इसके अलावा उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया था। देश के लिए उत्कृष्ट काम करने के लिए उन्हें मरोणोपरांत साल 1983 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

विनोबा भावे जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: विनोबा भावे जीवनी

20. खान अब्दुल गफ्फार खान:

खान अब्दुल गफ्फार खान देश के एक महान राजनेता थे, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे गांधी जी के घोर समर्थक थे एवं उनके पदचिन्हों पर चलने वाले शख्सियत थे। राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल की असहनीय पीड़ाएं भी सहन करनी पड़ी थी।

अब्दुल गफ्फार खान के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: खान अब्दुल गफ्फार खान की जीवनी

21. एम.जी. रामाचन्द्रन:

मारुदुर गोपालन रामचन्द्रन एक महान राजनेता होने के साथ-साथ एक मशहूर फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर थे। उन्होंने तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के रुप में अपनी सेवाएं दी थी। तमिल सिनेमा में दिए गए योगदान के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।

उन्होंने अपनी जिंदगी में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था। देश के लिए उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1988 में मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

22. नेल्सन मंडेला:

रंगभेद के खिलाफ लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले नेल्सन मंडेला जी को दक्षिण अफ्रीका का ‘महात्मा गांधी‘ कहा जाता है। रंगभेद की लड़ाई में उन्होंने अपने जीवन के करीब 27 साल जेल की अमानवीय यातनाएं झेली थीं। वे शांति के दूत के रुप में भी जाने जाते थे।

नेल्सन मंडेला जी के बारे में और अधिक महत्वपूर्ण जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: नेल्सन मंडेला जीवनी

23. बाबा साहेब अंबेडकर:

डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर न सिर्फ आधुनिक भारत के वास्तुकार एवं संविधान निर्माता थे, बल्कि उन्हें दलित वर्ग के लोगों के मसीहा के रुप में भी जाना जाता है। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी जातिगत भेदभाव, ऊंच-नीच आदि को मिटाने में लगा दी। वे एक महान समाजसेवी थी, जिन्होंने समाज में फैली कई कुरोतियों को दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

अंबेडकर जी का जीवन हर किसी के लिए प्रेरणादायक है, वे अपने जीवन में तमाम संघर्षों को झेलकर उच्च पदों पर आसीन होने वाले पहले दलित थे। उनके द्धारा समाज और देश के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है। समाज एवं देश की सेवा के लिए अंबेडकर जी को साल 1990 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है।

भीमराव अंबेडकर जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक कर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: डॉ. भीमराव अम्बेडकर जीवनी

24. सरदार वल्लभभाई पटेल:

देश को एकता के सूत्र में बांधने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल देश के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने गुलाम भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने की लड़ाई में काफी त्याग और बलिदान दिया था। उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री के रुप में भी अपनी सेवाएं दी थी।

उनके द्धारा देश और समाज के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। वहीं इसके लिए उन्होंने साल 1991 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से भी सम्मानित किया जा चुका है।

सरदार वल्लभभाई पटेल जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक कर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: सरदार वल्लभभाई पटेल जीवनी

25. राजीव गांधी:

राजीव गांधी जी भारत के सबसे युवा प्रधानमंत्री के रुप में देश का नेतृत्व कर चुके हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल में देश के विकास को अपना अमूल्य योगदान दिया। देश में कम्यूटर, संचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी को जमकर बढावा दिया एवं शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया।

देश के लिए उनके द्धारा किए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें मरणोपरांत साल 1991 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

राजीव गांधी जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई वेबसाइट लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: राजीव गांधी का जीवन परिचय

26. मोरारजी देसाई:

मोरारजी देसाई न सिर्फ भारत के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि भारत के चौथे प्रधानमंत्री भी थे, उन्होंने भारत और दुश्मन देश पाकिस्तान के रिश्तों को सुधारने के लिए शांतिपूर्ण ढंग से कई प्रयास किए। उनके द्धारा देश के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1991 में भारत के सर्वोच्च सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।

मोरारजी देसाई के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई वेबसाइट लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: मोरारजी देसाई की जीवनी

27. मौलाना अबुल कलाम आजाद:

मौलाना अबुल कलाम का नाम देश के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों की लिस्ट मे शुमार है। वे एक महान राजनेता होने के साथ-साथ एक अनुभवी वैज्ञानिक एवं प्रसिद्ध कवि थे। वे गांधी जी के अग्रणी शिष्यों में से एक थे, उन्होंने गांधी जी द्धारा चलाए गए आंदोलनों में भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाई थी।

उन्होंने शिक्षा मंत्री के रुप में देश में शिक्षा का जमकर प्रचार-प्रसार किया। उनके द्धारा देश के लिए किए गए महत्वपूर्ण कामों के लिए उन्हें 1992 में भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।

मौलाना अबुल कलाम आजाद के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई वेबसाइट लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जीवनी

28. सत्यजित राय:

सत्यजित राय दुनिया की महान फिल्म शख्सियतों में से एक थे, जिन्होंने फिल्मी दुनिया में अपनी एक अलग पहचान विकसित की थी। फिल्म निर्माता एवं निर्देशक के अलावा वे एक बेहद अच्छे लेखक, साहित्यकार एवं कहानीकार थे। विश्व सिनेमा में उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार ने साल 1992 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से भी सम्मानित किया था।

सत्यजित राय जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: सत्यजित राय की जीवनी

29. जे.आर.डी टाटा:

जे.आर.डी टाटा का नाम विश्व के सबसे बड़े उद्योगपति में शुमार है। वे आधुनिक भारत की बुनियाद रखने वाले औद्योगिक हस्तियों में से एक थे। जे.आर.डी टाटा ने ही देश की पहली वाणिज्यिक एयरलाइन ”’टाटा एयरलाइन” शुरु की थी, जो कि आगे चलकर भारत की राष्ट्रीय विमान सेवा ”एयर इंडिया” के रुप में विकसित हुई।

जे.आर.डी. टाटा को उनके महत्वपूर्ण योगदानों के लिए साल 1992 में देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से पुरस्कृत किया गया था।

30. अरुणा आसफ अली:

अरुणा आसफ़ अली देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थीं। देश को आजाद करवाने के लिए गांधी जी द्धारा चलाए गए आंदोलन ”अंग्रेजों भारत छोड़ो” में भी उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अरुणा आसफ अली द्धारा देश के लिए दिए गए योगदान के लिए उन्हें साल 1997 में भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

अरुणा आसफ़ अली जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: अरुणा आसफ अली का जीवन परिचय

31. गुलजारीलाल नंदा:

गुलजारी लाल नंदा जी देश के एक महान राजनेता थे, जिन्होनें देश के चौथे प्रधानमंत्री के रुप में देश का बेहद शानदार ढंग से नेतृत्व किया, उन्होंने अपने कार्यकाल में बेहद समझदारी और संवदेनशील होकर शांतिपूर्ण ढंग से काम किया। उनकी ख्याति एक राजनेता के रुप में ही नहीं, बल्कि एक महान अर्थशास्त्री और प्रसिद्ध लेखक के तौर पर भी थी।

साल 1997 में देश के लिए दिए गए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नगारिक पुरस्कार भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था।

गुलजारी लाल नंदा जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: गुलजारीलाल नंदा की जीवनी

32. एपीजे अब्दुल कलाम

भारत के मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आजाद देश के पहले गैर राजनीतिज्ञ राष्ट्रपति थे, जिन्होंने न सिर्फ तकनीकी और विज्ञान के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया बल्कि देश की उन्नति और प्रगति के लिए भी कई महान काम किए। उनके द्धारा देश के हित के लिए किए उत्कृष्ट कामों के लिए उन्हें साल 1997 में भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जीवनी

33. जयप्रकाश नारायण:

जयप्रकाश नारायण जी एक महान राजनेता होने के साथ-साथ प्रसिद्ध समाज सुधारक भी थे।, जिन्हें इंदिरा गांधी के देश में आपातकाल लागू करने के फैसले के प्रखर विरोध करने वालों में जाना जाता है। उनकी ख्याति एक लोकनायक के रुप में भी फैली हुई थी, जिन्होंने अपने जीवन में तमाम संघर्षों का सामना कर निस्वार्थ भाव से राष्ट्र की सेवा की। साल 1998 में भारत सरकार ने उनके राष्ट्र के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया था।

जयप्रकाश नारायण जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: जयप्रकाश नारायण जीवनी

34. एम.एस सुब्बुलक्ष्मी:

एम.एस.सुब्बुलक्ष्मी का नाम देश की ऐसी गायिकाओं में सबसे पहले नंबर पर है, जिन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उनकी अद्भुत और सुरीली आवाज के कारण उन्हें कर्नाटक संगीत का पर्याय माना जाता था। उनके द्धारा गाए हुए गाने आज भी लोगों के जुबां पर हैं।

35. चिदंबरम सुब्रमण्यम:

चिदंबरम सब्रमण्यम भारतीय राजनीति में एक जानी – मानी शख्सियत थे, जिन्होंने भारत सरकार में रक्षा मंत्री, खाद्य और कृषि मंत्री एवं वित्त मंत्री के अहम पदों पर काम किया। उन्हें हरित क्रांति के जनक के रुप में भी जाना जाता है।

देश के विकास और उन्नति के लिए उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1998 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान”भारत रत्न” से भी नवाजा गया था।

36. गोपीनाथ बोरदोलोई:

गोपीनाथ बोरदोलाई ने देश की आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें आधुनिक असम का निर्माणकर्ता के रुप में जाना जाता है। आजाद भारत में असम के पहले मुख्यमंत्री के रुप में उन्होंने अपनी सेवाएं दी थी। उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कॉलेज की भी स्थापना की थी। देश के लिए उनके द्धारा किए गए उत्कृष्ट कामों के लिए उन्हें साल 1999 में भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा गया था।

37. अमर्त्य सेन:

अमर्त्य सेन भारत के एक महान अर्थशास्त्री और दार्शनिक थे। वे न सिर्फ देश के गरीब और निर्धनों की आवाज बने बल्कि, उन्होंने भुखमरी और खाने की कमी को रोकने के लिए कई सराहनीय प्रयास भी किए। वे नालंदा यूनिववर्सिटी में वाइस चांसलर के रुप में भी काम कर चुके हैं। उनके द्धारा देश के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1999 में भारत रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

अमर्त्य सेन जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: अमर्त्य सेन की जीवनी

38. रवि शंकर:

भारतीय शास्त्रीय संगीत की जब भी बात होती है, रवि शंकर जी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। वे एक बेहद शानदार सितार वादक थे। उनके द्धारा संगीत के क्षेत्र में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। उन्हें साल 1999 में भारत सरकार की तरफ से देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी पुरस्कृत किया गया था।

39. लता मंगेशकर:

लता मंगेशकर जी भारत की एक प्रसिद्ध प्लेबैक सिंगर और म्यूजिक कंपोजर है, जिन्हें संगीत का पर्याय माना जाता है। आज पूरी दुनिया उनकी मधुर और सुरीली आवाज के दीवानी है। वे अपने अब तक के करियर मों करीब 1000 से भी ज्यादा हिन्दी फिल्मों और 36 से अधिक भाषाओं में गाना गा चुकी हैं।

वे सदी की महागायिका के रुप में भी प्रख्यात हैं। संगीत और कला के क्षेत्र में उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है।

लता मंगेशकर जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: लता मंगेशकर जीवन परिचय

40. उस्ताद बिस्मिल्लाह खान

उस्ताद बिस्मिल्लाह खान ने संगीत के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, उन्होंने संगीत की दुनिया में शहनाई को एक अलग पहचान दिलवाई। उनके उत्कृष्ट कामों के लिए उन्हें साल 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था।

उस्ताद बिस्मिल्लाह खान जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: उस्ताद बिस्मिल्लाह खान

41. पंडित भीमसेन जोशी:

पंडित भीमसेन जोशी भारत के एक महान शास्त्रीय गायक थे। उन्होंने अपनी गायकी के अलग-अलग तरीकों से एक अद्भुत गायन की रचना की।  भीमसेन जी ने अपने एकल गायन से हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत में एक नय युग का सूत्रपात किया है।

संगीत और कला के क्षेत्र में उनके द्धारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उनके द्धारा दिए गिए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार द्धारा भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

पंडित भीमसेन जोशी जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: पंडित भीमसेन जोशी की जीवनी 

42. सचिन तेंदुलकर:

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की अद्भुत क्रिक्रेट खेल प्रतिभा के चलते उन्हें क्रिकेट की दुनिया का भगवान माना जाता है। सचिन, क्रिक्रेट में आज तक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दिग्गज खिलाड़ी हैं। उनके नाम पर कई रिकॉर्ड्स दर्ज हैं। उनके द्धारा क्रिकेट के क्षेत्र में दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 2014 में भारत रत्न पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।

सचिन तेंदुलकर जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: सचिन तेंदुलकर की जीवनी

43. सी.एन. आर. राव:

सी.एन. आर राव देश के एक प्रख्यात रसायन वैज्ञानिक है, जिन्होंने संरचात्मक रसायन शास्त्र के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन्होंने करीब डेढ़ हजार शोध पत्र और 45 वैज्ञानिक किताबें लिखी हैं। विज्ञान के क्षेत्र में इनके अभूतपूर्व योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया था।

44. मदनमोहन मालवीय:

मदनमोहन मालवीय देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, उन्होंने न सिर्फ भारत देश को आजाद करवाने के लिए अपना त्याग बलिदान और समर्पण दिया, बल्कि समाज सुधारक के रुप में भी समाज में फैले जातिवाद, लिंग भेदभाव समेत कई कुरोतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इसके साथ ही उन्होंने दलितों के मंदिर में प्रवेश निषेध को लेकर अपनी आवाज बुलंद की और देश भर में आंदोलन चलाया। साल 2014 में मदनमोहन मालवीय जी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

मदनमोहन मालवीय जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: मदन मोहन मालवीय की जीवनी

45. अटल बिहारी वाजपेयी:

अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के एक चमकता सितारा थे, जिन्होंने अपने जीवन के करीब 50 साल राजनीति करने में गुजार दिए थे। उन्होंने न सिर्फ बीजेपी पार्टी को स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि देश के विकास और उन्नति में भी अपना भरपूर सहयोग दिया।

उनके लिए आज भी हर भारतीय के ह्दय में अपूर्व सम्मान है। देश के लिए अटल जी द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें साल 2015 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से नवाजा था।

अटल बिहारी वाजपेयी जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: अटल बिहारी वाजपेयी

46. नानाजी देशमुख:

नाना जी देशमुख भारत के एक प्रमुख समाजसुधारक थे, उन्होंने न सिर्फ देश में फैली तमाम बुराइयों को दूर करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि देश के ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए भी कई काम किए। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के लोगों का जीवनस्तर सुधारने के लिए सराहनीय प्रयास किए।

नानाजी देशमुख द्धारा समाज और देश के लिए किए गए उत्कृष्ट कामों के लिए उन्हें साल 2019 में मरणोपरांत भारत सरकार द्धारा देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था।

नानाजी देशमुख जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: नानाजी देशमुख

47. भूपेन हजारिका:

भूपेन हजारिका को साल 2019 में मरणोपरांत संगीत, साहित्य, फिल्म, पत्रकारिता और कला के क्षेत्र में उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था। हजारिका जी एक अद्भुत कलाकार थे, जो कि अपने गीत पहले खुद लिखते थे, उन्हें संगीत देते थे और फिर उसे अपने सुरमयी एवं मधुर आवाज से गाते भी थे।

नानाजी देशमुख जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: भूपेन हजारिका

48.  प्रणब मुखर्जी:

प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति के तौर पर देश का कुशल नेतृत्व कर चुके हैं। उन्होंने अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान अपराधिक कानून में संशोधन कर अध्यादेश लागू किया था। इसके अलावा भी उन्होंने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। वे देश के वित्त मंत्री, वाणिज्य मंत्री, रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री के रुप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

प्रणव मुखर्जी द्धारा देश के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 2019 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्धारा देश के सर्वोच्च सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया जा चुका है।

प्रणब मुखर्जी जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: प्रणब मुखर्जी जीवनी

49. कर्पूरी ठाकुर:

कर्पूरी ठाकुर बिहार के ११वे मुख्यमंत्री रहे, और उन्होंने बिहार के शिक्षा मंत्री, और बिहार के २रे उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी पद संभाले। शुरुवात से ही कर्पूरी ठाकुर जी गरीबो के लिए लढ़ते थे, और उन्होंने अपने कार्यकाल में गरीब और जरूरतमंद लोगो के लिए बहुत कुछ करवाया।

उन्ही के कार्यकाल में “कर्पूरी ठाकुर फेयर वेजेस एक्ट” लागू किया गया, जिसके वजह से खेतो में मजदूरी करने वाले लोगो को अच्छी दिहाड़ी मिलती है।

उन्होंने बिहार के लोगो के लिए बहुत से ऐसे निर्णय लिए, जिसके वजह से बिहार में शिक्षा और आरोग्य से सम्बंधित कई सुधार आये। आज भी कई सारे राजनीती और समाजवाद से नाता रखने वाले लोग उन्हें प्रेरणा स्थान मानते है। वो बिहार के मुख्यमंत्री होकर भी बहुत ही सरल जीवन जीते थे, और उनके द्वारा किये गए कई सारे कामो के लिए आज भी वो लोगो के दिलों में बसते है. २०२४ में उनके १००वी जयंती पर उनको भारत रत्न (posthumous) से सन्मानित किया गया।

कर्पूरी ठाकुर जी के बारे में और अधिक जानकारी आप, नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर हासिल कर सकते हैं: कर्पूरी ठाकुर जीवनी

इन सभी महान व्यक्तियोंने अपने महान काम से भारत देश का नाम बढ़ा किया है। सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे world में इन्होने अपने महान कार्य से लोगो का भला किया है। यह सभी personalities हम सबके लिए बहुत ही inspiring है।

इन सभी महान व्यक्तियोंने अपने महान काम से भारत देश का नाम बढ़ा किया है। सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पुरे world में इन्होने अपने महान कार्य से लोगो का भला किया है। यह सभी personalities हम सबके लिए बहुत ही inspiring है।

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