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ग्रेज्यूएशन के बाद कर सकते है ये बढीया कोर्सेस

Diploma Courses after Graduation

आजकल के युग मे शिक्षा का विस्तार जितना व्यापक और अद्यावत हुआ है, उतने ही ढेर सारे नये और बेहतरीन शिक्षा के विकल्प उपलब्ध हुये है।जिसमे केवल लंबे अवधी के पारंपारिक शिक्षा क्रम पर निर्भर रहना जरुरी नही है, बल्की कम समय मे आप अच्छे भविष्य के विकल्प देनेवाले व्यावसायिक शिक्षाक्रम को पुरा कर सकते है।

हालाकि ये सभी विकल्प आपके पसंद और कैरियर के हिसाब से चयन करे तो आपकी भविष्य मे शायद इनमे और अधिक रुची बढ जाये और इनसे जुडे व्यवसाय मे आप अच्छे से आगे बढ पा सकते है। व्यावसायिक कोर्सेस करने का फायदा ये होता है के, या तो आप किसी संस्था या निजी कंपनी के लिये काम कर सकते हो, या फिर एक व्यावसायिक के तौर पर खुदका व्यवसाय भी बढा सकते हो।

इस माहितीपूर्ण लेख मे आपको ऐसेही व्यावसायिक तथा अन्य महत्वपूर्ण कोर्सेस के बारे मे जानकारी मिल पायेगी जिन्हे आप ग्रेज्यूएशन के बाद आसानी से कर पायेंगे।तथा इनसे जुडे सभी मुलभूत तथ्यो पर भी विचार करेंगे, जिनके बारे मे आपको दी गई जानकारी हर पह्लू पर आसान तरीके से फायदेमंद साबित होगी।

ग्रेज्यूएशन के बाद कर सकते है ये बढीया कोर्सेस – Diploma Courses after Graduation

Diploma Courses after Graduation

कोर्सेस का वर्गीकरण (Classification of Courses)

१. ट्रेंडीग कोर्सेस (Trending Courses)
२. व्यावसायिक कोर्सेस (Business Courses)

१. ट्रेंडीग कोर्सेस (Trending Courses)

आजकल के सामाजिक परिवेष मे व्यवसाय की कार्यपध्दती मे बदलाव तथा इनका दायरा बहूत ज्यादा व्यापक तरीके से फैला हुआ नजर आता है। इसलिये वर्तमान के हिसाब से रोजगार दे पाये, तथा जिनसे धन का अर्जन हो पाये इस तरह के कोर्सेस का चयन करना काफी फायदेमंद निर्णय साबित हो सकता है। ऐसेही कुछ ट्रेंडीग कोर्सेस की जानकारी यहा आपको मिल पायेंगी, जिन्हे वर्तमान मे ज्यादा महत्व प्राप्त है, तथा इन्हे करने के बाद आपको आसानी से रोजगार के विकल्प मिल सकते है।

कोर्स हेतू पात्रता: किसी भी शिक्षा धारा मे कमसे कम ग्रेज्यूएशन की शिक्षा पुरी होना अनिवार्य
कोर्स का स्तर: पोस्ट ग्रेज्यूएशन डिप्लोमा/ सर्टिफिकेट
कोर्स की अवधी: १ साल

कम्प्युटर तथा सॉफ्टवेयर के निर्मिती से जुडे तकनिकी क्षेत्र मे जहा बडी संख्या मे कर्मचारी कार्यरत रहते है, ऐसे क्षेत्र मे ज्यादा तर कार्य टिम मे रूप मे होता है। जहा वरिष्ठ विशेषग्यो के साथ टिम मे अन्य कार्मचारियो की जरुरत होती है, जो समय समय पर आवश्यक मदद कर परियोजना को पुरा करते है। ऐसे मे जिन्होने ये सर्टिफिकेट कोर्स पुरा किया है, उनके लिये अच्छे रोजगार के अवसर उपलब्ध होते है।

जैसे के इस तरह के कंपनीयो मे अधिकतर कार्य सॉफ्टवेयर के निर्मिती पर चलते है जहा प्रोग्राम को डिजाइन करने के लिये जावा, जावा ई ई इत्यादी कौशल की जरुरत होती है। जो के सभी इस कोर्स के अंतर्गत छात्रो को सिखाया जाता है, उसीके कारण वर्तमान मे इस कोर्स को काफी अच्छा महत्व है।

स्नातक की शिक्षा पुरी करने के बाद ये कोर्स आपके लिये एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जहा आपको अच्छी कंपनी मे काम करने का मौका मिल सकता है, साथ साथ अच्छा धन का अर्जन भी हो सकता है।

कोर्स का अवधी: ३ माह

छोटे स्तर पर काम करने वाली निजी संस्थाये तथा कंपनीयो मे जहा, ना तो सैप (Sap) की जरुरत होती है और नाही ऐसी संस्थाये इस प्रोग्राम को खरीद पाने मे समर्थ होती है। वहा टैली मे कुशलता प्राप्त व्यक्तियो की जरुरत होती है, ऐसे मे इस कोर्स को पुरा करने वालो के लिये इस क्षेत्र मे रोजगार के अवसर आसानी से मिल जाते है।

इस कोर्स को करने के लिये अत्यंत कम शुल्क लगता है, जिसमे एकाउंटिंग, बिलिंग, पे रोल, बँकिंग, कर इत्यादी विषयो पर शिक्षा प्रदान की जाती है। जिन छात्रो ने कॉमर्स मे ग्रेज्यूएशन की शिक्षा पुरी की है, ऐसे छात्रो के लिये ये कोर्से रोजगार के हिसाब से काफी अच्छा फायदेमंद साबित हो सकता है।

वर्तमान परिस्थिती मे जहा सब कुछ ऑनलाईनके माध्यम से बेचा और खरीदा जा रहा है, ऐसे परिस्थिती मे व्यावसायिकता को बढाने के और सभी लोगो तक पहुचाने के लिये मार्केटिंग की अधिक आवश्यकता होती है। अधिकतर इ कॉमर्स कंपनीया तथा विभिन्न स्थानिक अथवा वैश्विक स्तर के उत्पादन अपने ब्रांड की मार्केटिंग इंटरनेट के माध्यम से हर जगह करते पाये जाते है।

इस परिस्थिती मे अगर छात्र ग्रेज्यूएशनके बाद डिजिटल मार्केटिंग का सर्टिफिकेट कोर्स करते है, तो वो सर्च इंजिन ओप्टीमायझेशन जैसे कौशल सिख पाते है। इन जैसे कौशल से पूर्ण व्यक्तियो को बहूत सारे स्थानिक तथा वैश्विक स्तर के कंपनीयो मे डिजिटल मार्केटिंग एक्झिक्युटिव्ह के तौर पर काम करने के अच्छे अवसर प्राप्त हो जाता है।

इसके अलावा बहूत सारे सरकारी परियोजना मे काम करने के लिये, तथा निजी कंपनीयो के कैम्पेन लोगो तक पहुचाने के लिये भी डिजिटल मार्केटिंग मे कौशल प्राप्त लोगो की जरुरत होती है।ऐसेमे यह कोर्स पूर्ण किये लोगो के लिये अच्छे रोजगार के विकल्प सामने आते है।

हम देखते है के हमारे सामाजिक परिवेष मे विभिन्न तरह के सामाजिक, सांस्कृतिक तथा पारिवारिक कार्यक्रम अक्सर हर्ष तथा उल्हास के साथ मनाये जाते है। ऐंसेमे शादी, जन्मदिन जैसे खास मौको का आयोजन करने के लिये आजकल इवेन्ट मैनेजमेंट करनेवाली कंपनीया मौजूद रहती है। ये कंपनीया कार्यक्रम के विषय अनुसार सभी तरह के व्यवस्था का जिम्मा उठाती है, जिसमे सजावट, रखरखाव, बैठ्ने के लिये व्यवस्था करवाना, फुलो तथा अन्य सामग्री का नियोजन करना इत्यादी सभी चीजे शामिल होती है।

अगर आपने इवेन्ट मैनेजमेंट अँड एक्टिवेशन का कोर्स कर लिया तो आपको इन तरह की सभी बुनियादी चीजो की जानकारी हासिल हो जाती है, तथा रोजगार के हिसाब से इवेन्ट मैनेजमेंट के संस्था या कंपनी मे रोजगार के अच्छे अवसर भी प्राप्त हो सकते है।

२. व्यावसायिक कोर्स (Vocational Course)

व्यावसायिक कोर्स इस खास मक्सद से तैयार किये जाते है के, जिनके करने के बाद या तो व्यक्ती किसी बडे व्यावसायिक क्षेत्र मे रोजगार कर सकता है, या फिर खुदका व्यवसाय शुरू कर सकता है।ऐसेही कुछ खास तथा काफी महत्व प्राप्त व्यावसायिक कोर्सेस की जानकारी आप यहा ले पायेंगे।

कोर्स हेतू पात्रता: बी.टेक (आय.टी /सी.एस.ई)/ एम.सी.ए/ तथा अन्य धारा से ग्रेज्यूएट
आयु: न्यूनतम आयु २० साल तक होनी चाहिये

व्यावसायिक दृष्टीकोन से ये कोर्स काफी अहम है, क्योंकी वर्तमान के जानकारी तंत्रज्ञान के युग मे बहूत सारी चीजो मे ग्राफिक डिजाईन तथा वेब डिजाईन की जरुरत होती है। जिनके पास ग्राफिक तथा वेब डिजाईन का कौशल होता है, ऐसे लोग विभिन्न जानकारी तंत्रज्ञान से जुडे कंपनीयो मे काम कर सकते है या फिर खुदका व्यवसाय भी शुरू कर सकते है।

ऐसे लोगो को अच्छी खासी तनख्वाह के रोजगार आसानी से मिल जाते है, जहा कंपनी के विभिन्न तरह के परियोजनाओ पर काम चलते है। साथ ही रोजगार ना करना हो तो खुदका व्यवसाय जैसे के वेब डिजाईन करवा के देना, उसका रखरखाव करना तथा तकनिकी पह्लूओ पर काम करना, ग्राफिक डिजाईन के माध्यम से विभिन्न परियोजनाओ पर भी काम मिल सकता है। वेब डिजाईनर का मुख्य कार्य वेबसाईट को आकर्षक तौर से सजाना तथा साईट मे सभी चीजो की सही ढंग से व्यवस्था करना होता है।

भविष्य मे इस तरह के कौशल प्राप्त लोग सिनियर वेब डेवलपर, वेब डिजाईनर और डेवलपर, तथा यु.एक्स डेवलपर के तौर पर भी काम कर सकते है।

कोर्स हेतू पात्रता: कोई भी शिक्षा धारा मे स्नातक की शिक्षा पुरी की होनी चाहिये
आयु: न्यूनतम आयु २० साल होनी चाहिये

आधुनिक जीवनशैली मे हर बडे से बडे शहर से लेकर छोटे गाव तक सभी जीवनाश्यक चीजो की पूर्तता होती दिखाई पडती है, इन सभी चीजो का नियमन तथा सही तरीके से आपूर्ती करना आवश्यक होता है। हम अक्सर देखते है गाव से शहरो तक कच्चे माल की हरदम आपूर्ती होती रहती है,तो दुसरे ओर पक्के तैयार माल की शहर से गावो तक, तथा शहर शहर के बिच सडक के मार्ग से आवागमन होता रहता है।

लॉजिस्टिक्स अँड सप्लाय चेन मैनेजमेंट क्षेत्र ईसी आवागमन प्रक्रिया से जुडा होता है, जिसमे कोई विशिष्ट कंपनी खुद्के वाहन व्यवसाय के क्षेत्रो को, निजी संस्थाओ को तथा व्यक्तियो को माल के आवागमन हेतू उपलब्ध करवाते है। जिसमे कच्चे माल और पक्के माल के आवागमन का नियमन करना, उन्हे सुचारू रूप से संभालकर पहुचाने पर नियंत्रण रखना, सूची नुसार कार्य का मैनेजमेंट करने जैसी चीजे शामिल होती है।

आजकल इस क्षेत्र द्वारा लोगो की वैयक्तिक तथा पारिवारिक चीजो का भी आवागमन करने की सुविधा उपलब्ध है जिसके द्वारा लोग एक शहर से दुसरे शहर आसानी से सामान को ले जा सकते है। इस सर्टिफिकेट कोर्स को करने के बाद आप लॉजिस्टिक्स अँड सप्लाय चेन मैनेजमेंट के क्षेत्र मे आसानी से रोजगार पा सकते है, जहा आपको अच्छी तनख्वाह भी मिल जाती है।

अधिकतर लोगो के पास आजकल स्मार्टफोन होता है, जिसमे ढेर सारे ऍप्स होते है। अगर आप मोबाईल ऍप्स डेवलपमेंट का सर्टिफिकेट कोर्स करते हो तो इस तरह के ऍप्स डेवलपमेंट कंपनी मे आप अच्छे से रोजगार के अवसर प्राप्त कर सकते हो।

भविष्य मे इस क्षेत्र मे काफी अच्छा रोजगार निर्मित होने के आसार है, इसलिये इसे व्यावसायिक कोर्स के तौर पे देखे तो काफी अच्छा विकल्प नजर आता है।

इस तरह से दिये गये विभिन्न विकल्पो मे से आप अपने हिसाब से सही कोर्स का चयन कर सकते हो, तथा इनके माध्यम से या तो रोजगार का अवसर प्राप्त कर सकते हो या फिर इनसे जुडा खुदका व्यवसाय भी स्थापित कर सकते हो। आशा करते है दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी तथा ये आपके लिये फायदेमंद साबित होगी।

इस विषय मे अधिक बार पुछे गये सवाल(FAQ)

. ग्रेज्यूएशन के बाद कौनसे कम अवधी के कोर्सेस उपलब्ध है?

जवाब: पोस्ट ग्रेज्यूएशन डिप्लोमा इन मैनेजमेंट, टैली, डिजिटल मार्केटिंग, डाटा विज्युलायजेशन इत्यादी।

. आजकल कौनसे कोर्सेस को आत्याधिक महत्व प्राप्त है?

जवाब: सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, आय.टी सर्विस मैनेजमेंट, प्रोग्रामिंग, डाटा एनालिटिक्स अँड डाटा साइंस, सायबर सिक्युरिटी, डिजिटल मार्केटिंग इत्यादी कोर्सेस को अधिक महत्व प्राप्त है।

. रोजगार हेतू कौनसे कोर्सेस अधिक फायदेमंद है?

जवाब: प्रोडक्ट मैनेजमेंट सर्टिफिकेशन प्रोग्राम, बिजनेस एनालिटिक्स सर्टिफिकेशन प्रोग्राम,फुल स्टैक डेवलपमेंट, पोस्ट ग्रेजुएशन इन डाटा साइंस, डिजिटल मार्केटिंग, सर्टिफिकेट कोर्स इन लॉजिस्टिक्स अँड सप्लाय चेन मैनेजमेंट इत्यादी कोर्सेस रोजगार हेतू अत्यंत फायदेमंद होते है।

. ३ माह तक की अवधी के लिये कौनसे सर्टिफिकेट कोर्सेस उपलब्ध है?

जवाब: मेडिकल बिलिंग अँड कोडींग स्पेशालीस्ट, वेब डिजाईनर, एच.व्ही.ए.सी टेक्नीशियन, आय.टी सपोर्ट, ट्रक ड्राईव्हर, पर्सनल ट्रेनर इत्यादी कोर्सेस ३ माह के अवधी के लिये उपलब्ध है।

. क्या डिप्लोमा की शिक्षा सर्टिफिकेट कोर्सेस से ज्यादा अच्छा होता है?

जवाब: डिप्लोमा की शिक्षा सर्टिफिकेट कोर्सेस की शिक्षा से थोडा ज्यादा लंबी तथा तकनिकी होती है, जिसमे रोजगार के हिसाब से थोडा ज्यादा समय लगता है, वही सर्टिफिकेट कोर्सेस कम समय मे जल्दी रोजगार के अवसर प्रदान करते है।इसलिये हर एक का अलग महत्व होता है, आपकी आवश्यकता नुसार ही शिक्षा का चयन करे।

. लॉकडाउन मे भारत सरकार द्वारा कौनसे कोर्सेस मुफ्त मे उपलब्ध कराये गये थे?

जवाब: नॅसकॉम ने ए.आय और डाटा साइंस, स्वयम द्वारा ह्युमन रिसोर्स के कोर्सेस, आय.सी.टी द्वारा ह्युमन रिसोर्स के कोर्सेस, इत्यादी कोर्सेस मुफ्त मे भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये थे।

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