What is Operating System in Hindi
टेक्नोलॉजी के इस युग मे हम लगभग सभी प्रकार के कार्यो को मशिनरी द्वारा पुरा करते है, जिसमे छोटे से लेकर बडे कार्य शामिल होते है। इससे ना केवल हमारा समय बचता है बल्की आधुनिक तकनिक से मनचाहे परिणाम सुलभता से प्राप्त हो जाते है।
पर बहुत बार हमे इन मशिनरी के आंतरिक कार्यप्रणाली के बारे मे सही तरह से जानकारी नही होती, अगर आपको इस विषय मे दिलचस्पी है तो ये लेख आपके लिये काफी खास होनेवाला है। आजकल स्मार्टफोन और कंप्युटर का इस्तेमाल करना बहुत ही आम सी बात हो गई है, जिसमे आप अपने हिसाब से परिणाम को प्राप्त करते है।
पर क्या आपने कभी सोचा है ये उपकरण आपके द्वारा दिये गये हर आदेश को चंद सेकंद मे स्वीकार कर कैसे परिणाम को आपके सामने उपलब्ध कराते है? इसमे मौजूद ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? इन जैसे महत्वपूर्ण सवालो पर चर्चा करने तथा आप तक ये जानकारी लेख के माध्यम से पहुचाने का यहा पे हमारा प्रयास होगा।
यहा हम आपको ऑपरेटिंग प्रणाली (Operating System) से जुडी हर बुनियादी जानकारी को बतायेंगे साथ मे इसके विभिन्न तरह के प्रकारो पर भी विस्तार से जानेंगे, जिस से आपको इस विषय मे अहम जानकारी हासिल हो जायेगी।
जानिए ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? और इसके विभिन्न प्रकार – What is Operating System in Hindi

ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है और क्या हैं इसकी व्याख्या – Operating System Kya Hai or Definition of Operating System in Hindi
इस विषय मे आगे बढने से पहले सबसे महत्वपूर्ण बात होती है के पहले आप सही से समझ ले की ऑपरेटिंग सिस्टम क्या होता है (Operating System Kya Hai), इसकी व्याख्या को पढने के बाद आप इसका अंदाजा लगा पायेंगे जैसे के;
“ऑपरेटिंग सिस्टम आपके स्मार्टफोन और कंप्युटर का वो अहम सॉफ्टवेयर होता है, जो विभिन्न प्रकार के प्रोग्राम्स को दिये जाने वाले निर्देशो का समूह होता है। जिसका प्रमुख कार्य सभी स्त्रोत और कार्यप्रणाली का प्रबंधन करना होता है, ये उपयोगकर्ता और स्मार्टफोन या कंप्युटर के बीच समन्वयन का कार्य भी करता है।”
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार – Types of Operating System in Hindi
मूलतः ऑपरेटिंग सिस्टम के निम्नलिखित प्रमुख प्रकार होते है जैसे के;
- बैच ऑपरेटिंग सिस्टम (Batch Operating System)
- डिस्ट्रिब्यूटेड ऑपरेटिंग सिस्टम (Distributed Operating System)
- नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम (Network Operating System)
- टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम (Time Sharing Operating System)
- मल्टी प्रोसेसर ऑपरेटिंग सिस्टम (Multi Processor Operating System)
- सिम्पल बैच ऑपरेटिंग सिस्टम (Simple Batch Operating System)
- रिअल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम (Real Time Operating System)
- मल्टी प्रोग्रामिंग बैच ऑपरेटिंग सिस्टम (Multi Programming Batch Operating System)
इसके कुछ उदाहरण निचे दिये हुये है जैसा के; (Examples of Operating System)
- माइक्रोसॉफ्ट विंडोज (Microsoft Windows)
- गुगल एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम (Google Android OS)
- एप्पल आई.ओ.एस (Apple iOS)
- लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम (Linux OS)
- मैक आई.ओ.एस (Mac iOS)
विभिन्न प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम – Operating System ke Prakar
अब हम जानेंगे कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे मे जिनका आम तौर पर इस्तेमाल होता है और शायद कुछ हद तक आप सभी इससे परिचित भी होंगे, जैसे के
- लीनक्स ऑपरेटिंगऑपरेटिंग सिस्टम(Linux Operating System): लीनक्स एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जो के युनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का विशेष वर्जन है,इसका उपयोग कई तरह के ऑफिस, कंपनी या सर्वर मे सिक्युरिटी तथा ग्राफिक्स को मजबुती प्रदान करने हेतू किया जाता है।यह एक मल्टीऑपरेटिंग सिस्टम है जिसका निर्माण इंटेल ८०३८६ पर्सनल कंप्युटर पर उपयोग हेतू किया गया था।
2. विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows Operating System): दुनियाभर मे विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे मशहुर तथा उपयोग किया जानेवाला ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका निर्माण माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन द्वारा किया गया है।विंडोज ९८, विंडोज ७, विंडोज ८, विंडोज १० इस तरह से इस ऑपरेटिंग सिस्टम के विभिन्न वर्जन इस्तेमाल किये जाते है।
3. रिअल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम (Real Time Operating System): रिअल टाइम ऑपरेटिंग सिस्टम एक सबसे अत्याधुनिक तथा प्रमुख क्षेत्रो मे उपयोग मे आनेवाली ऑपरेटिंग सिस्टम है। ये ऑपरेटिंग सिस्टम उस जगह पर उपयोग मे आता है जहा पर अधिक गती से कार्य की आवश्यकता होती है, जिसमे सेकंद की देरी की भी गुंजाईश नही होती जैसा के ट्रेन टिकट बुकिंग, मिसाईल सिस्टम,सैटेलाईट इत्यादी।
4. बैच ऑपरेटिंग सिस्टम (Batch Operating System):-सबसे पुराने कॉम्प्युटर के सिस्टम के प्रोग्राम को सेट अप करने के लिये बहुत अधिक समय लगता था जिसे दूर करने हेतू बैच ऑपरेटिंग सिस्टम को लाया गया।यहा पर एक जैसे जो भी कार्य होते है उन्हे सी.पी.यु को प्रोसेसिंग हेतू भेज दिया जाता है, जिसे बादमे एक साथ चलाया जाता है। यहा पर बैच ऑपरेटिंग सिस्टम एक जैसे कार्य को बैच के तौर पर तैयार करता है,जिसकी बदौलत सिस्टम की गती मे काफी बढोतरी देखने को मिलती है।
List of Operating System
5. टाइम शेयरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम (Time Sharing Operating System): यह एक प्रकार का मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम होता है जिसके अंतर्गत हर कार्य को पुरा करने हेतू ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा एक तय समय दिया जाता है, और वो कार्य के तय समय को पुरा होने के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम अगले कार्य की तरफ बढ जाता है।
6. मल्टी प्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम(Multi-Programming Operating System): एक से अधिक कार्य को सिस्टम मैमोरी के साथ लोड करते उसे प्रोसेस करने हेतू मल्टी प्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है।जब भी बहुत ज्यादा प्रोग्राम पर कार्य करना होता है तब ये ऑपरेटिंग सिस्टम प्रोग्राम्स की क्यू (कतार) बना देता है जिसपर पहले वाले प्रोग्राम के कार्य समाप्त होने के बाद उपलब्धता अनुसार दुसरे पर कार्य शुरू कर दिया जाता है।
7. युनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम (Unix Operating System): इस ऑपरेटिंग सिस्टम को एक प्रोजेक्ट के तौर पर साल १९६९ मे केन थॉम्पसन और डेनिस रिची द्वारा शुरू किया गया था जिसका निर्माण और परीक्षण ए.टी एंड बेल लैबोरेटरी मे किया गया था। उस समय का इसका नाम मल्टीक्स था जो के विभिन्न कार्य करने हेतू बनाया गया था और ये विश्व का सबसे पहला ऑपरेटिंग सिस्टम था। बादमे इसको साल १९७१ मे असेंब्ली लैंग्वेज के साथ नये वर्जन के साथ प्रोजेक्ट के रूप मे प्रारंभ किया गया जिसका नाम युनिक्स रखा गया। जिसको आगे लीनक्स मे परिवर्तित किया गया।
ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्य – Operating System Functions in Hindi
निम्नलिखित तौर पर हमने ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रमुख कार्यो (Operating System ke Karya) का विवरण दिया हुआ है, जिसे पढने के बाद आपको इस विषय को समझने मे आसानी होगी।
- प्रोसेसर मैनेजमेंट(Processor Management): एक वक्त पर जब कई सारे प्रोग्राम उपयोग मे होते है तो यहा ऑपरेटिंग सिस्टम तय करता है के किस प्रक्रिया को प्रोसेसर मिलेगा और इसका कुल समय कितना होगा। ट्राफिक कंट्रोलर वो कार्य होता है जो ऑपरेटिंग सिस्टम के अंतर्गत आता है, जिस से ऑपरेटिंग सिस्टम हर समय चेक करता रहता है के प्रोसेसर क्या काम कर रहा है या फिर कुछ कर रहा है या नही। इस तरह से एक काम खत्म होने के बाद दुसरे काम को करने के लिये प्रोसेसर का समन्वयन करवाने का कार्य भी ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया जाता है।
2. मैमोरी मैनेजमेंट (Memory Management): ऑपरेटिंग सिस्टम प्रायमरी मैमोरी की पुरी जानकारी रखने का कार्य करता है। जिसके तहत किस प्रोग्राम ने कितनी मैमोरी का उपयोग किया तथा कौनसे भाग का उपयोग हुआ है इससे जुडी जानकारी रखने का कार्य भी होता है। अगर नये प्रोग्राम को मैमोरी की जरुरत होती है तो उसकी आवश्यकता अनुसार मैमोरी को उपलब्ध कराने का कार्य भी ऑपरेटिंग सिस्टम के अंतर्गत पुरा किया जाता है।
Operating System in Hindi
3. सिक्युरिटी (Security): किसी भी डेटा या प्रोग्राम को अनधिकृत एक्सेस से बचाने का कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया जाता है। जिस से सिस्टम को सुरक्षित रखने मे मदद मिल जाती है।
4. डिवाइस मैनेजमेंट (Device Management): कंप्युटर मे मौजूद विभिन्न ड्राईव्ह जैसे के ग्राफिक्स ड्राईवर, ब्लू टूथ ड्राईवर, वाई-फाई ड्राईवर तथा साउंड ड्राईवर इत्यादी का कार्य सुनियंत्रित करने का तथा इन्हे चलाने का कार्य ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया जाता है।
5. फाईल मैनेजमेंट (File Management): ऑपरेटिंग सिस्टम द्वारा किया तय किया जाता है के किस किस प्रोग्राम को रिसोर्स दिया जाये, जिसके अंतर्गत फाईल मैनेजमेंट का कार्य किया जाता है।
इस तरह अब तक आपने ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे मे सभी पह्लूओ पर महत्वपूर्ण जानकारी को पढा जिसमे इस से जुडे विभिन्न प्रकारो की भी हमने आपको जानकारी दी। हम आशा करते है दी गई जानकारी से आप काफी संतुष्ट हुये होगे तथा आपको भविष्य मे इसका जरूर लाभ होगा। हमसे जुडे रहने के लिये धन्यवाद।….
इस विषय पर अधिकतर बार पुछे गये सवाल – Questions about Operating System
- आम तौर पर कंप्युटर मे उपयोग मे आने वाली विभिन्न प्रकार की ऑपरेटिंग सिस्टम कौनसी होती है? (Operating System in Computer)
जवाब: विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम, मैक आई.ओ.एस, लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम इत्यादी।
2. स्मार्टफोन मे कौनसी ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है? (Operating System in Mobile)
जवाब: गुगल एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम (Google Android OS), एप्पल आई.ओ.एस (Apple iOS), माइक्रोसॉफ्ट विंडोज (Microsoft Windows) इत्यादी।
3. ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार किस तरह के होते है? (Types of Operating Systems)
जवाब: बैच ऑपरेटिंग सिस्टम, नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम, मल्टी प्रोग्रामिंग ऑपरेटिंग सिस्टम, रिअल टाइम शेअरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम, टाइम शेअरिंग ऑपरेटिंग सिस्टम इत्यादी।