तमिलनाडु राज्य का इतिहास और जानकरी | Tamil Nadu History Information

Tamil Nadu – तमिलनाडु का मतलब होता है तमिल लोगो की जमीन। भारत के 29 राज्य में इस राज्य का भी नाम शामिल किया जाता है। चेन्नई इस राज्य की राजधानी है। चेन्नई को पहले मद्रास नाम से भी जाना जाता था। तमिलनाडु दक्षिण भारत में आता है और इसके सीमा पर पुदुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है। तमिलनाडु के बाजु में केरल, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश जैसे बड़े बड़े राज्य है। इस राज्य की समुद्र की सरहद श्रीलंका से जुडी है।

Tamil Nadu

तमिलनाडु राज्य का इतिहास और जानकरी – Tamil Nadu History Information

दक्षिण भारत के जितने भी राज्य थे उनपर केवल चोला, चेरा और पंड्या वंश का शासन चलता था। लेकिन चौथी शताब्दी से यहापर केवल पल्लव वंश का ही शासन था। मंदिरों को द्रविड़ वास्तुकला में बनाने की शुरुवात इन्होने ही की थी।

आखिरी पल्लव वंश का राजा अपराजित के शासनकाल में 10 वी शताब्दी मे चोला वंश के राजा विजयालय और आदित्य ने अपना साम्राज्य विस्तार करना शुरू कर दिया था। 11 वी शताब्दी में तमिलनाडु में चालुक्य, चोला और पंड्या वंश ने शासन किया था। इसके बाद दो शतको तक दक्षिण भारत पर केवल चोला वंश का ही शासन था।

लेकिन धीरे धीरे मुस्लिमो ने भी अपनी ताकत बढ़ाने की कोशिश की जिसकी वजह से 14 वी शताब्दी में बहमनी वंश की स्थापना हुई। लेकिन ठीक उसी समय दक्षिण भारत में विजयनगर साम्राज्य भी बढ़ रहा था और उस शतक के अंत में पुरे दक्षिण भारत में केवल विजयनगर का ही साम्राज्य था। मगर सन 1564 में तालीकोटा में दक्खन के सुलतान के साथ हुई लड़ाई के कारण विजयनगर साम्राज्य पूरी तरह से बिखर गया था।

तालीकोटा की लड़ाई के बाद में यूरोप के लोगो ने भी दक्षिण भारत के शासन में रुची दिखाना शुरू कर दिया था जिसकी वजह से वो भी यहाँ के स्थानिक राजा महाराजा के शत्रु बन गये थे। इसके कुछ समय बाद ही पोर्तुगीज, फ्रेंच और अंग्रेज ने यहाँ आकर फैक्ट्री के नाम पर अपने अपने व्यापर केंद्र खोल दिए थे।

सन 1611 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने पहली फैक्ट्री आंध्रप्रदेश के मसुलिपटनम में स्थापित की थी और धीरे धीरे यहाँ के स्थानीय शासको को एक दुसरे के खिलाफ भड़काकर शत्रु बना दिया था और उनकी आपस में ही लड़ाई लगा दी थी।

भारत में जहापर अंग्रेजो ने पहली बार अपना व्यापार शुरू किया उसमे तमिलनाडु का भी नाम शामिल करना पड़ता है। इसी राज्य को पहले करीब सन 1901 में मद्रास प्रेसीडेंसी नाम से बुलाया जाता था। लेकिन बाद में पुरे मद्रास प्रान्त को तमिलनाडु बना दिया गया।

तमिलनाडु राज्य की संस्कृति – Culture of Tamil Nadu State

तमिलनाडु जैसे राज्य को बड़ी लम्बी संस्कृति का इतिहास है। तमिलनाडु को साहित्य, कला, संगीत और नृत्य का लम्बा इतिहास है। तमिलनाडु अधिकतर यहा के प्राचीन हिन्दू मंदिर और भरतनाट्यम नृत्य के लिए बहुत प्रसिद्ध है। भरतनाट्यम, थान्जोर पेंटिंग और तमिल वास्तुकला का यहापर बहुत विकास हुआ है और आज भी यहाँ के लोग इस संस्कृति को जिन्दा रखने का काम करते है।

तमिलनाडु राज्य के त्यौहार – Festivals of state of Tamil Nadu

तमिलनाडु में पोंगल का त्यौहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। तमिलनाडु में इस त्यौहार को तमिझार थिरूनल या मकर संक्रांति भी कहा जाता है। खेत में से फसल निकालने के बाद चार दिन तक इस त्यौहार को तमिलनाडु में मनाया जाता है।

इस त्यौहार के पहले दिन को भोगी पोंगल कहा जाता है। इस दिन पुराने कपड़ो और वस्तु को फेक दिया जाता है और उन्हें आग में डालकर जलाया जाता है। यह इस बात का संकेत देता है की पुराना समय बिता गया और नए साल का आगमन हुआ। दुसरे दिन सूर्य पोंगल के दिन तमिल लोगो के दसवे महीने का पहला दिन होता है। (कैलेंडर के अनुसार उस दिन 14 जनवरी या फिर 15 जनवरी होती है।)

तीसरे दिन मट्टू पोंगल मनाया जाता है और इस दिन को जानवरों के प्रति आभार जताने के लिए मनाया जाता है। क्यों की जानवरों की वजह से ही हमें दूध मिलता है, उन्हें खेतो के काम में भी इस्तेमाल किया जाता है। इस दिन के मौके पर जल्लीकट्टू का आयोजन किया जाता जिसमे बैलो की लड़ाई लगायी जाती है।

तमिल के ‘आदि’ महीने में 18 वे दिन को पेरुक्कू त्यौहार मनाया जाता है। कावेरी नदी का जल का स्थर बढ़ने के अवसर पर इस त्यौहार को मनाया जाता है।

इन मुख्य त्योहारों के अलावा भी यहाँ के लोग समय समय पर अलग अलग त्यौहार मनाते रहते है। यहाँ के अधिकतर त्यौहार जल की देवी मारियम्मन से जुड़े होते है। यहापर दीपावली (नरकासुर का वध), आयुध पूजा, सरस्वती पूजा (दशहरा), कृष्ण जयंती और विनायक चतुर्थी जैसे बड़े त्यौहार भी मनाये जाते है।

यहापर मुस्लीम धर्म के लोग ईद उल फ़ित्र, बकरी ईद, मिलादुन्नबी और मुहर्रम का त्यौहार बड़े आनंद के साथ मनाते है साथ ही ख्रिश्चन धर्मं के लोग क्रिसमस, गुड फ्राइडे और ईस्टर त्यौहार मनाते है।

तमिलनाडु के कुम्बकोनाम में महामगम का त्यौहार हर 12 साल के बाद मनाया जाता है। इस त्यौहार को मनाने के लिए राज्य के हर कोने से लोग आते है। इस त्यौहार को दक्षिण भारत का कुम्भमेला भी कहा जाता है।

तमिलनाडु राज्य की भाषा – Tamil Nadu Language

इस राज्य की अधिकारिक भाषा तमिल है। तमिल देश की ऐसी पहली भाषा है जिसे देश की पहली शास्त्रीय भाषा होने का सम्मान मिला है।

तमिलनाडु राज्य के मुख्य आकर्षण – Highlights of Tamil Nadu State
  • मिनाक्षी अम्मन मंदिर
  • रामनाथस्वामी मंदिर
  • मरीना समुद्र तट
  • कपलिश्वरार मंदिर
  • नटराज मंदिर
  • कोदैकनल झील
  • स्मारकों के समूह
  • ब्रिहदेश्वर मंदिर
  • यार्कुद

तमिलनाडु राज्य की नदिया – Nadia of Tamil Nadu state

तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य में कई सारी नदिया है लेकिन उनमेसे कावेरी, वैगई, पलर, नोय्यल, चेय्यर नदी और थामिराबरानी नदिया मुख्य नदिया मानी जाती है।

तमिलनाडु राज्य के राष्ट्रीयमार्ग – National Highways of Tamil Nadu State

इस राज्य में कम से कम 25 राष्ट्रीयमार्ग है जिनमेसे 12 मार्ग पूरी तरह से केवल राज्य के भीतर ही है। यहापर सात तरह के राज्यमार्ग है जिनमे चेन्नई, विल्लुपुरम, मदुराई, सालेम, तिरुचिरापल्ली, कोइम्बतोर और तिरुनेलवेली शामिल है।

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