फूलोँ से भरा खुबसुरत वैली ऑफ़ फ्लावर्स नेशनल पार्क!

Valley of Flowers National Park

वैली ऑफ़ फ्लावर्स नेशनल पार्क का नाम पढ़कर ही पता चलता है की इस पार्क में क्या देखने को मिलता है। इस पार्क में किसी भी पर्यटक को कई तरह के फूल देखने को मिलते है। यहापर बहुत ही सुन्दर और आकर्षक फुल पाए जाते है। इसी वजह से इस नेशनल पार्क को यह अनोखा नाम दिया गया। इस नेशनल पार्क में एक और खास वृक्ष है जो अन्य कही भी देखने को नहीं मिलता और इस पेड़ के फुल भी आकर्षक होते है। इस खास पेड़ और उसके फूलो के बारे में पूरी जानकारी निचे दी गयी है।

Valley of Flowers National Park

फूलोँ से भरा खुबसुरत वैली ऑफ़ फ्लावर्स नेशनल पार्क – Valley of Flowers National Park

वैली ऑफ़ फ्लावर्स नेशनल पार्क उत्तराखंड के पश्चिम ऋषिकेश में स्थित है। यह नेशनल पार्क यहाँ के घास के मैदानों के लिए और अल्पाइन के फूलो के लिए काफी जाना जाता है। यह एक बहुत ही संपन्न नेशनल पार्क है जिसमे एशियन काला हिरण, बर्फो में पाया जानेवाला तेंदुआ, कस्तूरी हिरण, भूरे भालू, लाल लोमड़ी और नीले भेडिए जैसे प्राणी पाए जाते है।

यह सभी प्राणी लुप्त होने की कगार पर है। इस पार्क में हिमालय में पाया जानेवाला मोनाल फेसंट जैसा पक्षी देखने को मिलते है साथ ही उची जगह पर पाए जानेवाले पक्षी भी इस पार्क में देखने को मिलते है। यह पार्क समुद्र की सतह से 3352 से 3658 मीटर की उचाई पर स्थित होने की वजह से काफी खुबसुरत दीखता है और इस पार्क के पूर्व में नंदा देवी नेशनल पार्क है और यह भी काफी आकर्षक है।

ये दोनों नेशनल पार्क ज़स्कर और ग्रेट हिमालय की पर्वत श्रृखंला के बिच में स्थित है। यह पार्क 87.50 किमी वर्ग के क्षेत्र में फैला हुआ है और 8 किमी लम्बा और 2 किमी चौड़ा है।

यह भारत का एक बहुत ही अद्भुत राष्ट्रीय उद्यान है साथ ही यह यूनेस्को के विश्व धरोहर सूची में भी शामिल किया गया नेशनल पार्क है।

वैली ऑफ़ नेशनल पार्क को देखने का सही समय – Best time to visit Valley of Flowers

इस नेशनल पार्क को देखने के लिए जुलाई से अगस्त के मध्य तक आना चाहिए।

वैली ऑफ़ नेशनल पार्क तक कैसे जाये – How to Reach Valley of Flowers

वैली ऑफ़ फ्लावर्स नेशनल पार्क उत्तराखंड के पश्चिम ऋषिकेश में स्थित है। जो बद्रीनाथ धाम से 20 किलोमीटर की दूरी पर है। वैली ऑफ़ नेशनल पार्क तक जाने के लिए जोशीमठ से 19 किलोमीटर दूर गोविंद घाट पहुंचना पडता है। गोविंद घाट से फूलो की घाटी की दूरी 13 किलोमीटर है जो पैदल तय करनी पडती है।

इस नेशनल पार्क के चारो और नंदा देवी नेशनल पार्क है। यह नेशनल पार्क बारिश के मौसम में और भी सुन्दर दीखता है क्यों की इस समय में बारिश के कारण पार्क में चारो दिशा में हरयाली होती है। बारिश के दिनों में फुल भी बड़ी संख्या में देखने को मिलते है। इसी वजह से बारिश के मौसम में इस नेशनल पार्क को देखने के लिए आना चाहिए।

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