ए.आर. रहमान

ए.आर रहमान भारत के एक महान गायक, म्यूजिक डायरेक्टर हैं, जिन्होंने भारत को संगीत के क्षेत्र में अपनी अद्भुत गायकी से पूरे विश्व भर में एक अलग पहचान दिलवाई है। ए आर रहमान गोल्डन ग्लोब अवार्ड हासिल करने वाले पहले भारतीय हैं।

इसके साथ ही वे अपनी असाधारण गायकी के लिए 4 राष्ट्रीय पुरस्कार, 2 ग्रेमी, 15 फिल्मफेयर अवॉर्ड, 2 ऑस्कर, समेत कई अन्य पुरस्कारों से नवाजे जा चुके हैं। अपने सुरों का जादू पूरी दुनिया में बिखेरने वाले महान सिंगर ए.आर रहमान ने न सिर्फ हिन्दी फिल्मों में अपनी सुरीली आवाज दी है, बल्कि कई अन्य भाषाओं की फिल्मों में अपनी सुरीली गायकी से लोगो का मनोरंजन किया है।

ए. आर रहमान को मद्रास का शेर भी कहा जाता है। तो आइए जानते हैं मशहूर सिंगर ए.आर.रहमान जी के बारे में –

संगीत के क्षेत्र में भारत को पूरे विश्व में गौरान्वित करने वाले ए.आर. रहमान – A R Rahman Biography in Hindi

A R Rahman

एक नजर में –

वास्तविक नाम (Name) अल्लाह रक्खा रहमान
जन्म (Birthday) 6 जनवरी, 1967, चेन्नई तमिलनाडु, भारत
पिता (Father Name) आर.के. शेखर
माता (Mother Name) करीमा बेगम
पत्नी (Wife Name) सायरा बानो
बच्चे (Childrens) खतिजा, रहिमा, अमीन
शैक्षणिक योग्यता (Education) पश्चिमी शास्त्रीय संगीत में डिग्री

जन्म, परिवार एवं प्रारंभिक जीवन –

ए. आर रहमान का तमिलनाडु के चेन्नई शहर में एक मध्यम वर्गीय तमिल मुदलियार परिवार में जन्में थे। उनके बचपन का नाम ए एस दिलीप कुमार जिसे बाद में बदलकर उन्होंने ए. आर रहमान कर दिया था। उनके पिता आर.के. शेखर, तमिल और मलयालम फिल्मों के परिचालक एवं निर्माता थे, इसके साथ ही मलयाली फिल्मों को संगीत भी देते थे। वहीं ए आर रहमान को भी संगीत की कला अपने पिता से विरासत में मिली थी।

वहीं जब ए. आर. रहमान महज 9 साल के थे, तभी उनके पिता का निधन हो गया, जिसके चलते उनके घर में आर्थिक तंगी आ गई। किसी तरह वे अपने पिता के वाद्ययंत्रों को किराये पर देकर अपना घर चलाने लगे थे।

शिक्षा –

ए.आर. रहमान की शुरु से ही संगीत में रुचि होने की वजह से उन्होंने संगीत की शुरुआती शिक्षा मास्टर धनराज से प्राप्त हुई और वे 11 साल की अल्पायु में ही वे अपने पिता के करीबी दोस्त एम.के. अर्जुन के साथ मलयालम ऑर्केस्ट्रा बजाया करते थे। और फिर बाद में अपने बचपन के दोस्त शिवमणि के साथ रहमान बैंड ”रुट्स” के लिए की-बोर्ड बजाने लगे थे। इसके साथ ही वे कई अन्य बैंड के लिए भी काम करते थे।

बाद में उन्होंने चेन्नई पर आधारित रॉक ग्रुप नेमसिस एवेन्यु की भी स्थापना की थी। ए. आर रहमान की हुनर को देखते हुए उन्हें ट्रिनिटी कॉलेज, लन्दन के संगीत विभाग से स्कॉलरशिप भी दी गई थी। चेन्नई में पढते हुए, रहमान अपने स्कूल से ही वेस्टर्न क्लासिकल संगीत में ग्रेजुएट हुए।

पियानो, हारमोनियम, सिंथेसाइज़र, रहमान कीबोर्ड और गिटार के महान ज्ञाता कहलाते हैं विशेष तौर पर तो उन्होंने सिंथेसाइज़र में महारथ हासिल की थी, क्योकि उनके अनुसार सिंथेसाइज़र में संगीत और तंत्रज्ञान का अद्भुत संगम होता है।

करियर –

ए आर रहमान को अपने करियर के शुरुआती दौर में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। शुरुआत में ए. आर रहमान टीवी एडवरटाइजमेंट और सीरियल्स में अपना म्यूजिक जिंगल्स के रुप में देते थे। साल 1991 में ए.आर. रहमान ने अपना म्यूजिक रिकॉर्ड करना शुरु कर दिया था।

इसके बाद साल 1992 में उन्हें फिल्म डायरेक्टर मणिरत्नम ने अपनी फिल्म रोजा के लिए म्यूजिक देने की पेशकश की। यह फिल्म काफी हिट रही और इस तरह ए.आर रहमान ने अपनी डेब्यू फिल्म रोजा के लिए न सिर्फ लोकप्रियता हासिल की, बल्कि उन्हें इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से भी नवाजा गया।

आपको बता दें कि इस फिल्म की बदौलत ही उन्हें संगीत की दुनिया में पहचान मिली और फिर उन्होंने अपने करियर में कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और ए.आर रहमान आज दुनिया के बेस्ट सिंगर्स और म्यूजिक कंपोजर्स में गिने जाते हैं। उन्होंने अब तक 100 से ज्यादा गानों में अपना म्यूजिक दिया हैं।

उन्होंने न सिर्फ हिन्दी फिल्मों में बल्कि अलग-अलग भाषाओं की फिल्मों में काम किया है। ए.आर. रहमान ने बॉक्स ऑफिस पर कई सुपरहिट फिल्में जैसें कि रंगीला, स्लम डॉग मिलेनियर, दिल से, रोजा, लगान, पुकार, गजनी, मंगल पांडे, जाने तू या जाने ना, फिजा, ताल, बॉम्बे, स्वदेश, तहजीब, जोधा-अकबर, युवराज, रंग दे बसंती, दिल्ली-6 में अपनी सुरीली आवाज का जादू बिखेरा है।

देश के मशहूर गायक ए.आर. रहमान ने 15 अगस्त, 1997 में देश की आजादी के 50वीं सालगिरह के जश्न पर ”वंदे मातरम” एलबम बनाया था, उनका यह एलबम काफी हिट हुआ था और कई दिग्गज संगीतकारों में भी इस एल्बम के लिए उनकी प्रशंसा भी की थी। इसके अलावा ए.आर. रहमान ने देश के मशहूर कोरियाग्राफर प्रभुदेवा और शोभना के साथ मिलकर तमिल सिनेमा के ट्रुप बनाया था, जिसने दुनिया के सबसे बड़े दिवंगत पॉप सिंगर माइकल जैक्सन के साथ मिलकर कई स्टेज शो भी किए थे।

इसके अलावा ए.आर. एहमान एक ऐसे महान कलाकार हैं, जिन्होंने न सिर्फ देश में, बल्कि दुनिया के कई महान कलाकारों के साथ काम किया है और अपनी गायकी प्रतिभा का पूरे विश्व में लोहा मनवाया है।

व्यक्तिगत जीवन –

ए आर. रहमान का विवाह सायरा बानों के साथ हुआ था और शादी के बाद उन्हें तीन बच्चे भी हुए, जिनके नाम खतीजा, रहीमा और अमीन हैं।

ऐसे बने हिन्दू से मुस्लिम:

अपनी सुरीली और अद्भुत गायकी से करोड़ों लोगों के दिल में अपनी एक अलग जगह बनाने वाले देश के प्रतिष्ठित गायक ए.आर. रहमान की बहन की जब एक बार बेहद तबीयत खराब हो गई थी, उस दौरान ए.आर. रहमान ने अपने पूरे परिवार के साथ धर्म-परिवर्तन कर लिया था और उनका नाम ”ए एस दिलीप कुमार’ से ए आर रहमान यानी यानि कि ”अल्लाह रखा रहमान” पड़ गया।

वहीं उनके बारे में सबसे दिलचस्प तथ्य यह है कि भारतीय फिल्म जगत में अपनी गायकी और एक्टिंग की प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले लेजेंड्री एक्टर दिलीप कुमार की पत्नी और ए. आर. रहमान की पत्नी दोनों का नाम सायरा बानो हैं।

रोचक एवं दिलचस्प बातें –

  1. एक बच्चे के तौर पर उन्हें दूरदर्शन वंडर्स बलून में देखा जा सकता था, जहां एक ही समय में एक साथ 4 कीबोर्ड बजाने के लिये वे प्रसिद्ध थे।
  2. रहमान एक कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहते थे।
  3. ए. आर. रहमान को रिकॉर्ड प्लेयर के संचालक के रुप में 50 रुपए का पारितोषक मिलता था।
  4. नवम्बर 2013 में उन्हें सम्मान देते हुए मरखाम, ओंटारियो, कनाडा की कुछ जगहों के नाम को उनके नाम पर रखा गया था।
  5. रहमान और उनके बेटे अमीन की जन्म तारीख एक ही है, 6 जनवरी।
  6. स्लमडॉग मिलियनेयर को छोड़कर रहमान ने हॉलीवुड फिल्मो में भी काफी पहचान बनाई है जिसमे 127 ऑवर और लॉर्ड ऑफ़ वॉर शामिल है।
  7. लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड 2007 में रहमान को “संगीत के क्षेत्र में सबसे प्रसिद्ध भारतीय” का अवार्ड दिया गया।
  8. ऑस्कर विजेता गाना “जय हो” सलमान खान की युवराज के लिये गाया जाने वाला था।
  9. जो कीबोर्ड रहमान बचपन में चलाते थे वह आज चेन्नई में उनके स्टूडियो में रखा गया है।
  10. अंतरराष्ट्रीय सफलता के बावजूद रहमान ने दक्षिण भारतीय फिल्मों में गाना कभी नही छोड़ा।
  11. एक ही साल में 2 ऑस्कर पुरस्कार जीतने वाले ए आर रहमान पहले एशियाई है।
  12. फ्रेंच टी.व्ही. ने अपनी प्रसिद्ध फिल्म बॉम्बे के लिये रहमान का ही थीम गाना लिया था। यह भी उनके लिए अपने आप में ही विशेष सम्मान है।
  13. एयरटेल की प्रसिद्ध टोन को भी, संगीतकार रहमान ने ही गाया है, जो दुनिया की सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली टोन बनी, जिसे 150 मिलियन से भी ज्यादा लोगों ने डाउनलोड किया था।
  14. Gq द्वारा उन्हें 2011 का सबसे प्रसिद्ध एवं ख्याति प्राप्त व्यक्ति का सम्मान दिया गया था।
  15. साल 2009 में ए आर रहमान का लगान फिल्म का गाना Amazon.Com के दुनिया के प्रसिद्ध 100 गानों की लिस्ट में 45 वें स्थान पर था।
  16. 2005 में, फिल्म आलोचनकर्ता रिचर्ड कोर्लिस ने रहमान के शुरुवाती गाने को सभी समय के 10 बेस्ट गानों की लिस्ट में शामिल किया था।

यही नहीं बल्कि 2009 में टाइम पत्रिका ने रहमान को दुनिया में अपना प्रभाव छोड़ने वालों की सूचि में भी शामिल किया था।

पुरस्कार और सम्मान –

  • फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर के लिए ए आर रहमान को संगीत के लिए सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ऑस्कर अवॉर्ड से नवाजा गया था।
  • साल 1992 में ए आर रहमान को फिल्म रोजा के बेस्ट डायरेक्टर के रुप में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • साल 2000 में भारत सरकार के द्वारा ए आर रहमान को देश के सर्वोच्च सम्मान में से एक पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • साल 2001 में ए.आर. रहमान को फिल्म लगान के बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर के रुप में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
  • साल 2001 में संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए ए.आर रहमान को ”अवध सम्मान” से नवाजा गया था।
  • साल 2001 में ए आर रहमान को फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर के लिए ”गोल्डन ग्लोब अवॉर्ड ” से सम्मानित किया गया था। वे इस अवॉर्ड को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय हैं।
  • साल 2004 में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा संगीत के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें ”राष्ट्रीय लता मंगेशकर” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • साल 2009 में ए आर रहमान को फिल्म स्लम डॉग मिलेनियर के लिए बेस्ट म्यूजिक के लिए बाफ्टा पुरस्कार से नवाजा गया था।
  • साल 2009 में ए आर रहमान को फिल्म स्लमडॉग मिलिनेयर के बेस्ट सॉन्ग्स और शानदार साउंडट्रैक के लिए ग्रेमी अवॉर्ड से नवाजा गया था।
  • साल 2009 में ही ए. आर रहमान को फिल्म स्लमडॉग मिलिनेयर के पॉपुलर सॉन्ग ”जय हो” के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
  • साल 2010 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
  • साल 2011 में उन्हें फिल्म 127 HOurs के बेस्ट सॉन्ग ”If I Rise” के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से नामांकित किया गया।
  • साल 2017 में ए.आर. रहमान को फिल्म मोम के लिए बेस्ट प्लेबैक सिंगर के रुप में नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
  • इसके अलावा भी ए.आर. रहमान को कई अन्य अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है।

आज ए. आर. रहमान का का नाम दुनिया के प्रसिद्ध संगीतकारों में लिया जाता है, उन्होंने अपनी कला से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। उनके अनुयायी हमें सिर्फ भारत ही नही बल्कि पुरे विश्व में दिखाई देते है। उनके द्वारा गाये गाने “जय हो” ने तो कई विश्व रिकार्ड्स तोड़ दिए थे। ऐसे महान संगीतकार का अवश्य सम्मान करना चाहिए।

4 thoughts on “ए.आर. रहमान”

  1. AR Rahmaan हिंदू से मुस्लिम जो गये या ..क्रिश्चियन से मुस्लिम बने ..??

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